दरसन देहू ना अपार हे दीनानाथ,छठ पूजा के लिए घर पर ही बने घाट

दरसन देहू ना अपार हे दीनानाथ,छठ पूजा के लिए घर पर ही बने घाट

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-20 06:18 GMT
दरसन देहू ना अपार हे दीनानाथ,छठ पूजा के लिए घर पर ही बने घाट

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  छठपूजा के सार्वजनिक उत्सव पर मनपा प्रशासन की ओर से कोई रोक नहीं है। बशर्त कोविड के नियमों का पालन होना जरूरी है, जबकि छठपूजा उत्सव मनाने में आगे रहे संगठनों ने स्वयं लोगों से घरों में उत्सव मनाने का आह्वान किया है। मनपा ने छठपूजा के लिए घाटों पर साफ-सफाई कर रखी है, लेकिन संगठनों की ओर से पूर्व की तैयारी नहीं करने से इस बार पूजा घाटों पर रौनक नहीं है। हालांकि राज्य सरकार ने तालाब, नदी के बजाय घरों में ही पूजा करने का आह्वान किया है। धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन तथा आतिशबाजी पर रोक लगा दी है।

कोविड नियमों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए
लोक आस्था का महापर्व शहर में धूमधाम से मनाया जाता है। शहर के विविध घाटों पर एक सप्ताह पहले से तैयारी शुरू हो जाती थी। इस वर्ष कोविड संक्रमण का संकट है। उत्सव में भीड़ जुटने से संक्रमण बढ़ने का खतरा भांपकर विविध संगठनों ने घरों में ही छठपूजा करने का आह्वान किया है। महाराष्ट्र सरकार ने भी सार्वजनिक छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगाई है, हालांकि मनपा प्रशासन का कहना है शहर के पूजा घाटों पर छठ पूजा के लिए कोई रोक-टोक नहीं है। घाटों पर मनपा प्रशासन की ओर से साफ-सफाई भी की गई है। उत्सव में कोविड नियमों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए, इस बात की सावधानी बरतनी होगी। महानगरपालिका की ओर से घाटों पर पूजा के लिए किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है।

मनपा ने पाबंदी नहीं लगाई
घाटों पर छठपूजा के लिए पाबंदी नहीं है। मनपा की ओर से घाटों की साफ-सफाई भी की गई है। कोविड नियमों का पालन कर उत्सव मनाया जा सकता है।  -राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा

घरों में मनाई जाएगी छठपूजा
कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए इस वर्ष घरों में ही छठपूजा मनाई जाएगी। कृत्रिम तालाब या जिनके घर के सामने खाली जगह है, वहां गड्ढा खोदकर उसी में पानी भरकर पूजा की जा सकती है। नागरिकों ने संयम के साथ घरों में ही पूजा करनी चाहिए।
-उमाकांत अग्निहोत्री, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, उत्तर भारतीय सभा

मनपा ने पाबंदी नहीं लगाई
घाटों पर छठपूजा के लिए पाबंदी नहीं है। मनपा की ओर से घाटों की साफ-सफाई भी की गई है। कोविड नियमों का पालन कर उत्सव मनाया जा सकता है।  -राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा

घरों में मनाई जाएगी छठपूजा
कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए इस वर्ष घरों में ही छठपूजा मनाई जाएगी। कृत्रिम तालाब या जिनके घर के सामने खाली जगह है, वहां गड्ढा खोदकर उसी में पानी भरकर पूजा की जा सकती है। नागरिकों ने संयम के साथ घरों में ही पूजा करनी चाहिए।

सुविधा अनुसार पूजा करें
भीड़ इकट्ठा होने पर कोविड संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। इस खतरे से बचने के लिए सुविधा अनुसार घरों में ही छठपूजा की जाएगी। जमीन में गड्ढा खोदकर या पानी भरे टब में खड़ा होकर पूजा कर सकते हैं।  -एस. पी. सिंह, सचिव, बिहार सांस्कृतिक मंडल

कृत्रिम तालाब या टब में पानी भरकर पूजा
छठपूजा नदी, तालाब या किसी जलाशय किनारे ही मनाने का महत्व है। कोविड के चलते इस बार घरों में उत्सव मनाना पड़ रहा है। कृत्रिम तालाब या टब में पानी भरकर पूजा करनी पड़ेगी। के. के. पाठक, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल बिहारी मंच  

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