माटी से लगन और समाजसेवा का जुनून, लगाए 50 वॉटर एटीएम, 25 स्कूलों में तैयार किया डिजिटल क्लासरूम

माटी से लगन और समाजसेवा का जुनून, लगाए 50 वॉटर एटीएम, 25 स्कूलों में तैयार किया डिजिटल क्लासरूम

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-02 06:28 GMT
माटी से लगन और समाजसेवा का जुनून, लगाए 50 वॉटर एटीएम, 25 स्कूलों में तैयार किया डिजिटल क्लासरूम

डिजिटल डेस्क, नागपुर|  वह एक फ्रेंच कंपनी के कार्पोरेट अफेयर्स हेड है। उनके पास गाड़ी, बंगला, नौकर-चाकर सभी कुछ है। वे आलीशान जीवन जी सकते हैं, लेकिन माटी से जुड़ाव उन्हें लोगों के बीच खींच लाई। कंपनियों के कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फंड से उन्होंने कई अभिनव योजनाओं को अंजाम दिया। लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए जहां 50 वाटॅर एटीएम लगाए, वहीं मनपा की करीब 25 शालाओं में डिजिटल क्लासरूम तैयार किया और 523 गांवों को डिजिटली कनेक्ट करने की योजना है। सामाजिक विकास को अपना ध्येय मानने वाले नागपुर के इस युवा का नाम है प्रसन्ना मोहिले। फ्रेंच कंपनी परनाट रिकार्ड इंडिया के कारपोरेट अफेयर्स हेड प्रसन्ना भले ही पिछले आठ वर्षों से मुंबई में जा बसे हैं, लेकिन नागपुर की माटी से आज भी उनका जुड़ाव है।

लक्ष्मीनगर के मूल निवासी प्रसन्ना रानी लक्ष्मीबाई दुर्गोत्सव मंडल के संस्थापक है। उन्होंने बताया कि समाज के प्रति संवेदनशीलता, अपनी खुशी से ज्यादा लोगों के चेहरे पर खुशी देखने की ललक ने उन्हें लोगों के लिए काम करने हेतु प्रेरित किया। समाजसेवा की प्रेरणा उन्हें पिता रत्नाकर मोहिले (केंद्रीय कामगार आयुक्त) से मिली। उस समय प्रसन्ना की उम्र महज 12 वर्ष थी। ठंड के दिन थे। दौरे पर जाते समय रास्ते में एक भिखारी ठिठुरते हुए दिखाई दिया। उनके पिता ने अपना स्वेटर उतारकर भिखारी को पहना दी। भिखारी के चेहरे पर संतुष्टि के भाव देखकर दूसरों को खुशी बांटने की प्रेरणा मिली। 19 साल की उम्र में प्रसन्ना को भिलाई स्टील प्लांट में नौकरी मिली। शादी नहीं हुई थी। अकेले रहते थे। एक दिन उन्होंने अपने वेतन की राशि से भिखारियों को भोजन कराया।

एटीएम से 25 पैसे लीटर 
प्रसन्ना ने कंपनियों के कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फंड से समाज के विकास के लिए कई योजनाओं को साकार किया। दूषित पेयजल से निजात दिलाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने नागपुर, कामठी, सुराबर्डी में 50 वॉटर एटीएम लगवाए। एटीएम से 25 पैसे लीटर के हिसाब से लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। 5 रुपए में 20 लीटर पानी मिल रहा है।

523 गांव डिजिटल
एकलव्य एकल विद्यालय तथा लक्ष्मणराव मानकर ट्रस्ट के सहयोग से 523 गांवों को डिजिटल बनाने की योजना को साकार किया जा रहा है। बच्चों को शिक्षा, स्कील डेवलपमेंट, महिलाओं का सशक्तिकरण आदि कार्य किए जाएंगे। इसके लिए 500 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

‘कूल टीन’ प्रोजेक्ट
उन्होंने बताया कि शालेय बच्चों को व्यसनों से दूर रखने के लिए ‘कूल टीन’ प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। आयएल एंड एफएस संस्था की सामाजिक शाखा के सहयोग से राज्य शिक्षण विभाग के अंतर्गत आने वाली शालाओं में यह प्रोजेक्ट चलाया जाएगा।

और भी सराहनीय कार्य
उन्होंने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई दुर्गोत्सव मंडल के सहयोग से अदासा के मातोश्री वृद्धाश्रम, अमरावती जिले में मतीन भोसले द्वारा संचालित पारधी बच्चों की शाला ‘प्रश्नचिह्न’ के 450 बच्चों के भोजन की व्यवस्था करने, पर्यावरण दिवस पर शंकरपुर में 1 हजार पौधारोपण, पुलिसकर्मियों को 1700 रेनकोट का वितरण किया गया।
 

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