मनपा आयुक्त और सत्तापक्ष की कलह थाने पहुंची
मनपा आयुक्त और सत्तापक्ष की कलह थाने पहुंची
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे और सत्तापक्ष की कलह कथा थाने तक पहुंच गई है। कोरोनाकाल के इस विषम परिस्थिति में मनपा आयुक्त और सत्तापक्ष कई बार पहले भी आमने-सामने आ चुके हैं। महापौर संदीप जोशी व सत्तापक्ष नेता संदीप जाधव ने मनपा आयुक्त मुंढे पर स्मार्ट सिटी के संचालक व सीईओ पद पर गलत तरीके से कब्जा करने और अपने पद का दुरुपयोग कर बैंक ऑफ महाराष्ट्र से आर्थिक व्यवहार करने का आरोप लगाया है। आयुक्त और सत्तापक्ष के बीच चल रही तनातनी में मनपा की मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी मोना ठाकुर और लेखा अधिकारी अमृता देशकर को भी घसीटा गया है। तीनों अधिकारियों के खिलाफ सदर पुलिस थाने में शिकायत कर भादंवि की धारा 406, 409, 420, 463, 464, 465, 468, 471 और कंपनी एक्ट की धारा 447 अंतर्गत फौजदारी कार्रवाई करने की मांग की गई है। फिलहाल मामला आर्थिक गैरव्यवहार से जुड़ा होने के कारण डीपीसी विनीता साहू ने प्रकरण आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को हस्तांतरित करने का आश्वासन सत्तापक्ष को दिया है।
आयुक्त के तल्ख तेवर कायम
अधिकारों को लेकर सत्तापक्ष-प्रशासन में छिड़ी जंग लगातार बढ़ती जा रही है। महापौर के सदन की कार्यवाही में शामिल होने की अपील के बाद भी आयुक्त के तल्ख तेवर कायम हैं। उन्होंने सीधे महापौर पर सदन का कामकाज ठीक से नहीं चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सभागृह ऐसे नहीं चलाया जाता है। उधर, महापौर जोशी ने उनपर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि सबकुछ भूलकर फिर एक बार सदन की कार्यवाही में शामिल हो। दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप को देखते हुए मंगलवार को भट सभागृह में आयोजित मनपा की विशेष सभा फिर हंगामेदार होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि आयुक्त के तेवर देखते हुए सदन में उनकी अनुपस्थिति में ही सभा होने की चर्चा है।