पीएचडी करना महंगा, नागपुर यूनिवर्सिटी ने बढ़ाई फीस

महंगाई की मार पीएचडी करना महंगा, नागपुर यूनिवर्सिटी ने बढ़ाई फीस

Anita Peddulwar
Update: 2022-05-30 08:34 GMT
पीएचडी करना महंगा, नागपुर यूनिवर्सिटी ने बढ़ाई फीस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय से पीएचडी करना अब शोधार्थियों के लिए ज्यादा खर्चिला साबित होने जा रहा है। हाल ही में विश्वविद्यालय ने अपने पीएचडी की फीस तीन गुना तक बढ़ा दी है। वर्ष 2016 में जहां रजिस्ट्रेशन के लिए शोधार्थियों को 1000 रुपए लगते थे, तो अब उसके लिए 2500  रुपए चुकाने होंगे। वहीं, थीसिस सब्मिशन की फीस भी 8000 से बढ़ा कर 12000  रुपए कर दी गई है। पहले जहां पीएचडी सुपरवाइजर के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए 1500  रुपए लगते थे, अब इसके लिए 5000  रुपए चुकाने होंगे। इतना ही नहीं, रिसर्च सेंटर में दाखिले की फीस भी बढ़ा दी गई है।

साइंस फैकल्टी के शोधार्थी को विश्वविद्यालय के कॉलेज या पीजी विभाग या अनुदानित रिसर्च सेंटर में प्रवेश के लिए वार्षिक 6000  रुपए फीस लगेगी। पहले साइंस फैकल्टी के लिए 5000  रुपए लगते थे। वहीं, पूर्व में जहां इंजीनियरिंग व टेक्नोलॉजी फैकल्टी शोधार्थियों को वार्षिक 10,000  रुपए लगते थे, अब उन्हें 12000  रुपए चुकाने होंगे। इसी तरह ह्यूमेनिटीज, काॅमर्स और इंटरडिसिप्लिनरी फैकल्टी के शोधार्थियों को पहले जहां 4000 रुपए लगते थे, तो अब उन्हें 5000  रुपए सालाना चुकाने होंगे। 

सेल्फ-फाइनांस रिसर्च सेंटर महंगे 
सेल्फ-फायनांस रिसर्च सेंटर की सालाना प्रवेश फीस भी बढ़ाई गई है। साइंस फैकल्टी के लिए वार्षिक 6000 की जगह अब 7000 रुपए चुकाने होंगे। वहीं, इंजीनियरिंग व टेक्नोलॉजी के विषयों के लिए अब 16000 की जगह 19000  रुपए चुकाने होंगे। इसी तरह ह्यूमेनिटीज, काॅमर्स और इंटरडिसिप्लिनरी फैकल्टी के शोधार्थियों को 4000 की जगह 5000 रुपए वार्षिक शुल्क चुकाना होगा। 
 

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