महाराष्ट्र में सूखे का साया, सीएम ने की डीबीटी से मदद की घोषणा

महाराष्ट्र में सूखे का साया, सीएम ने की डीबीटी से मदद की घोषणा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-16 15:14 GMT
महाराष्ट्र में सूखे का साया, सीएम ने की डीबीटी से मदद की घोषणा

डिजिटल डेस्क मुंबई। बारिश की कमी के कारण विदर्भ और मराठवाड़ा अंचल में सूखे के संकट के बादल मंडराने लगे हैं। नागपुर समेत राज्य के अधिकांश जिलों में सिर्फ 50% से 75% ही बरसात हुई है। विदर्भ मेंं सबसे कम 25% से 50% बारिश यवतमाल में दर्ज की गई है और अंचल के जिलों में धान की खेती प्रभावित हुई है। वहीं मराठवाड़ा के जिलों में भी फसलें सूखने लगी हैं। यह जानकारी कृषि विभाग के एक अधिकारी ने दी।

कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि राज्य में 96% बुवाई हुई है। लेकिन बारिश थमने के कारण फसलों की स्थिति खराब होती जा रही है। उन्होंने बताया कि नागपुर जिले के कामठी, रामटेक, उमरेड, वर्धा के आर्वी, भंडारा के तुमसर, लाखांदूर, गोंदिया के देवरी, गोरेगांव, तिरोड़ा, सालेकसा, मोरगांव-अजुर्नी, चंद्रपुर के चिमूर, भद्रावती, वरोरा और राजूरा तहसील में धान की फसल प्रभावित हुई है। अमरावती जिले में नांदगांव पेठ, वाशिम के मालेगांव, मंगलूरपीर और मानोरा, यवतमाल के वणी में फसलें खराब होने लगी हैं।

किसानों को डीबीटी के तहत की जाएगी मदद

CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सूखे के मद्देनजर फसलों के सर्वेक्षण के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने किसानों के सातबारा को आधार नंबर से जोड़ने के निर्देश भी दिए। इससे सूखे की स्थिति में किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत मदद की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी के लिए आवेदन फार्म भरने वाले किसानों की जानकारी को आधार नंबर से जोड़ा जाएगा।

भूजल के प्रमाण से भी तय होगी सूखे की स्थिति

CM ने कहा कि कई जिलों में अच्छी बारिश से जलाशयों में जलसंचय संतोषजनक है। कई जिले ऐसे भी है, जहां के जलाशयों में पानी तो अधिक होता है पर बारिश कम हुई होती है। ऐसे जिलों में जमीन के भीतर के पानी के प्रमाण को ध्यान में रखते हुए सूखे की स्थिति से संबंधित कार्रवाई की जाएगी।

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