कम उम्र में ही बच्चे मोटापे का शिकार, जंक फूड मुख्य वजह

कम उम्र में ही बच्चे मोटापे का शिकार, जंक फूड मुख्य वजह

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-14 09:03 GMT
कम उम्र में ही बच्चे मोटापे का शिकार, जंक फूड मुख्य वजह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मोटापे की वजह से बच्चों को कम उम्र में ही कई परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। डायबिटीज,ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) और अन्य जीवनशैली संबंधी बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। इसका मुख्य कारण जंक फूड है। एक्सरसाइज नहीं करने के कारण भी बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है। इससे कैरियर और सोशल लाइफ दोनों बुरी तरह प्रभावित होता है। समाज में हेल्थ लिटरेसी को अधिक से अधिक बढ़ावा देना चाहिए।  खानपान से लेकर स्पोर्ट्स एक्सरसाइज आदि चीजों पर ध्यान दिए बिना इस समस्या से छुटकारा मुश्किल है।

पैरेन्ट्स भी हैं जिम्मेदार
सभी पैरेन्ट्स अपने बच्चों को बहुत प्यार करते हैं, इसलिए हर उनकी हर डिमांड पूरी करते हैं। बच्चे घर का खाना नहीं खाते, इसलिए हम उनके लिए उनकी पसंदीदा चीजें खिलाते हैं। इसमें जंक फूड शामिल है। पैरेन्ट्स को बच्चों के हेल्थ के प्रति अवेयरनेस होनी चाहिए। बच्चों को जंक फूड से दूर रखना होगा तभी ओबेसिटी की समस्या खत्म होगी  -नेहा राजपूत,पैरेन्ट

आउटडोर गेम्स की तरफ बच्चों का रुख कम
सोशल मीडिया की तरफ बच्चे बहुत ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, लेकिन सोशल एक्टिविटीज और आउटडोर गेम्स की तरफ उनका कोई ध्यान नहीं है। स्कूल और ट्यूशन के कारण वे बिजी रहते हैं और जब भी घर पर होते हैं, तो मोबाइल पर गेम खेलते नजर आते हैं। खाने में भी उनकी च्वाइस होती है। उन्हें हरी सब्जियां और पौष्टिक चीजे खाने में पसंद नहीं आती हैं। वे जंकफूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। हर उम्र वर्ग में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। बच्चों में भी मोटापे का ‘रेश्यो’ कम नहीं है। हर दस बच्चे मे से तीन बच्चे मोटापे के शिकार हैं।  -नमिता दीक्षित, टीचर 

प्रापर डाइट नहीं लेने से भी बढ़ता है मोटापा
बच्चों की डाइट पर ध्यान देना आवश्यक है। हर उम्र वर्ग के लिए डाइट चार्ट है। मोटापे से बचने के लिए बच्चे के साथ योगा, व्यायाम या जिम में एक्सरसाइज करने के लिए सप्ताह में कम से कम दो बार समय अवश्य निकालना चाहिए।  बच्चों में पैदल चलने की आदत नहीं होती है। जहां भी जाना होता है, वे गाड़ी पर बैठकर जाना चाहते हैं, इसलिए बच्चों में पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए।  -श्वेता निमजे,पैरेन्ट

डाइट प्लान, एक्सरसाइज, योग कंपलसरी
स्कूल में तो बच्चों के लिए सभी एक्टिविटीज कंपलसरी है, लेकिन पैरेन्ट्स को घर में भी बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए  हेल्थ लिटरेसी जरूरी है। बच्चों के लिए भी डाइट प्लान होता है, जिसको फॉलो करना आवश्यक है। मोटापा बढ़ने से बच्चे आलसी हो जाते हैं। पैरेन्ट्स बच्चों को कैरियर और फ्यूचर के बारे मे समझाते है। उन्हें एक्सरसाइज और अदर एक्टिविटीज के लिए भी बढ़ावा देना चाहिए। बच्चों को जंक फूड से दूर रख उन्हें पौष्टिक चीजें खिलाना चाहिए।  -रश्मि बुद्धदेव,डाइटीशियन

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