स्वाईन फ्लू से महाराष्ट्र में इस साल हुई 774 मरीजों की मौत 

स्वाईन फ्लू से महाराष्ट्र में इस साल हुई 774 मरीजों की मौत 

Tejinder Singh
Update: 2017-12-15 15:03 GMT
स्वाईन फ्लू से महाराष्ट्र में इस साल हुई 774 मरीजों की मौत 

डिजिटल डेस्कमुंबई। प्रदेश में स्वाइन फ्लू के कारण इस साल अब तक 774 मरीजों की मौत हो चुकी है। नाशिक में सबसे अधिक 77 मरीजों की मौत हुई है। जबकि नागपुर और पुणे ग्रामीण स्वाइन फ्लू से 62-62 मरीजों को जान गंवानी पड़ी। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी।

मरीजों के आंकड़े

अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी से लेकर अभी तक 21 लाख 11 हजार 730 मरीजों की जांच की गई। जिनमें से 6134 मरीज स्वाइन फ्लू से बाधित पाए गए। इसमें 5350 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई। जबकि 10 मरीज अभी भी इलाज करा रहे हैं। वहीं 774 मरीजों की मौत हो गई। 

नाशिक में 77, नागपुर में 62, औरंगाबाद में 29 और अमरावती में 22 मरीजों की मौत

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पुणे मनपा क्षेत्र में 55, औरंगाबाद में 29, अमरावती में 22, अकोला में 20, मुंबई में 20, चंद्रपुर में 11, लातूर में 11, बुलढाणा में 9, जलगांव में 8 और बीड़ में 7, भंडारा में 6, वाशिम और उस्मानाबाद में 4-4 मरीजों की मौत हुई है। दूसरे राज्यों से इलाज कराने के लिए महाराष्ट्र में 35 मरीजों की मौत हुई है। जिसमें कर्नाटक के 6, छत्तीसगढ़ के 1, मध्यप्रदेश के 26, हैदराबाद के 1 और गुजरात के 1 मरीज शामिल है।

39 हजार 828 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण

अधिकारी ने बताया कि जनवरी से लेकर अब तक 39 हजार 828 गर्भवती महिलाओं, उच्च रक्तचाप और मधुमेह व स्वास्थ्य कर्मचारियों को इन्फ्लूएंजा टीका दिया जा चुका है। जबकि साल 2015-16 में 1 लाख 1 हजार 356 लोगों को टिका दिया गया था।  एच 1 एन 1 इन्फ्लूएंजा यानी स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए सभी जिला अस्पतालों में सुविधाएं उपलब्ध हैं। 

वायरस से जुड़ी कुछ बातें

आपको बता दें, स्वाइन फ़्लू सांस संबधित संक्रामक रोग है। स्वाइन फ़्लू नए स्ट्रेन इंफ़्लुएंज़ा ए वायरस (Influenza A Virus) से होने वाला एक इंफ़ेक्शन है। इस वायरस को H1N1 कहा जाता है। इन्फ्लूएंजा वायरस ए के उप-प्रकार एच1एन1 (H1N1), एच1एन2 (H1N2), एच3एन1 (H3N1), एच3एन2 (H3N2) और एच2एन3 (H2N3) हैं। ये सभी इंफ़ेक्शन सुअर से फैलते है।

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