गड़चिरोली जिले में हाथियों ने तबाह कर दी चार गांव के दर्जनों किसानों की फसलें 

हाथियों और बाघ की दहशत में जी रहे लोग गड़चिरोली जिले में हाथियों ने तबाह कर दी चार गांव के दर्जनों किसानों की फसलें 

Anita Peddulwar
Update: 2021-11-29 08:53 GMT
गड़चिरोली जिले में हाथियों ने तबाह कर दी चार गांव के दर्जनों किसानों की फसलें 

डिजिटल डेस्क,  गड़चिरोली/चंद्रपुर। जिलों के विविध क्षेत्रों में इन दिनों हाथियों और बाघ ने दहशत मचा रखी है। ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले के धानोरा क्षेत्र में पहुंचे जंगली हाथियों का झुंड कुरखेड़ा तहसील से होते हुए अब देसाईगंज की ओर बढ़ने लगा है।  इस बीच क्षेत्र के कुल 4 गांवों के दर्जनों किसानों की धान फसल को  तबाह कर दिया है। वहीं चंद्रपुर जिले के पोंभुर्णा  वनपरिक्षेत्र के तहत आनेवाले कुछ गांवों में बाघ ने दहशत मचा रखी है। 
 
देसाईगंज वन परिक्षेत्र के तहत अाने वाले पिंपलगांव (ह.) के कक्ष क्रमांक 123 के जंगलों में हाथियों ने अपना डेरा बना दिया है। इस बीच क्षेत्र के कुल 4 गांवों के दर्जनों किसानों की धान फसल को भी किसानों ने तबाह कर दिया है। इतना ही नहीं खेतों में लगाए गये कृषि पंप के पाइपों को भी हाथियों ने तहस-नहस कर दिया है। हालांकि अब तक हाथियों ने किसी गांव में प्रवेश नहीं किया है मात्र उनकी मौजूदगी के कारण ग्रामवासियों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण होने लगा है। 

देसाईगंज वनविभाग की टीम ने अलर्ट जारी करते हुए हाथियों के झुंड पर अपनी नजरें लगाए हुए हंै। इस झुंड ने सर्वप्रथम धानोरा तहसील के मुंज्यालगोंदी परिसर में प्रवेश िकया था। करीब 20 से 25 दिनों तक इस क्षेत्र में अपनी दहशत निर्माण करने के बाद इस झुंड ने कुरखेड़ा तहसील के मालेवाड़ा और घाटी क्षेत्र में प्रवेश किया। यहां पर भी हाथियों ने काफी नुकसान किया। अब रविवार को हाथियों ने पिंपलगांव के जंगलों में प्रवेश किया है। इस बीच हाथियों ने क्षेत्र के पोटगांव, विट्ठलगांव, विहिरगांव और पिंपलगांव (ह.) के करीब 20 किसानों की धान फसलों को पूरी तरह तबाह कर दिया है।

वर्तमान में किसानों ने अपने खेत की फसल पूरी तरह काट ली है। पीसाई के पूर्व किसान धान की गंजियां बनाकर उसे सूखने के लिए  छोड़ते हैं। धान की इन्हीं गंजियांे को अब हाथी उजाड़ने लगे हंै, जिससे इस बार भी किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने पोटगांव समेत पिंपलगांव पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। साथ ही इस नुकसान का तत्काल सर्वेक्षण कर संबंधित किसानों को वित्तीय सहायता देने के निर्देश वनविभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों काे दिये। अब तक हाथियों के इस झुंड ने किसी गांव में प्रवेश नहीं किया है।  उनकी मौजूदगी गांव के करीब ही होने के कारण वनविभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सूचना भी दी है। इस संपूर्ण स्थिति पर वनविभाग की टीम नजर रख रही है। नुकसानग्रस्त किसानों ने वित्तीय सहायता के साथ हाथियों का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग की है। 

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