महाराष्ट्र : जबरन रिटायर किए जाने पर कर्मचारी ने मंत्रालय में खाया जहर
महाराष्ट्र : जबरन रिटायर किए जाने पर कर्मचारी ने मंत्रालय में खाया जहर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आरोपों के घेरे में फंसने के बाद सरकारी नौकरी से जबरन रिटायर (सेवानिवृत्त) किए गए एक शख्स ने शुक्रवार को मंत्रालय में जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की। अपनी पत्नी और बेटे के साथ मंत्रालय पहुंचे दिलीप सोनवणे इस फैसले का विरोध कर रहे थे। हालांकि मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने उस पर काबू पा लिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया।
दरअसल सोनवणे मंत्रालय में उद्योग, कामगार और ऊर्जा विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत थे। स्टेशनरी, पंखे जैसा सरकारी सामान बेचने, बार-बार गैर हाजिर के आरोप के चलते उनके खिलाफ कामगार विभाग के उपसचिव की समिति के मार्फत विभागीय जांच चल रही थी। इस जांच के बाद सोनवणे को सेवा से बाहर न निकालते हुए उन्हें जबरन रिटायर करने का निर्णय लिया गया। हालांकि यदि उन्हें सेवा से हटा दिया जाता तो उनके परिवार को कुछ नहीं मिलता, ऐसे में समिति ने सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उन्हें रिटायर करने का निर्णय लिया।
गुरुवार को सोनवणे को फोर्स रिटायरमेंट दे दिया गया, लेकिन इस आदेश को उन्होंने स्वीकार नहीं किया। शुक्रवार को मंत्रालय में वे अपनी पत्नी और बेटे सहित पहुंचे। कामगार विभाग के प्रधान सचिव के कार्यालय के बाहर उन्होंने खुद पर अन्याय का दावा किया और जहर पी लिया। आसपास मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें रोका और पुलिस के हवाले कर दिया।