धान खरीदी नीति के खिलाफ एकजुट हुए किसान 

गड़चिरोली धान खरीदी नीति के खिलाफ एकजुट हुए किसान 

Anita Peddulwar
Update: 2022-05-19 10:20 GMT
धान खरीदी नीति के खिलाफ एकजुट हुए किसान 

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)।  इटियाडोह बांध के पानी के सहारे तहसील के किसानों ने इस वर्ष रबी सत्र में बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन लिया। तहसील के कुल 3 हजार 385 किसानों ने ऑनलाइन तरीके से धान बिक्री के लिए सरकार के अधिकृत वेबसाइट पर अपना पंजीयन कराया है। लेकिन उत्पादन के आधार पर खरीदी प्रक्रिया नहीं होने की आशंका दिखायी दे रही है। तहसील में इस वर्ष 1 लाख 20 हजार क्विंटल धान का उत्पादन हुआ है। लेकिन सरकार द्वारा नाममात्र 42 हजार क्विंटल धान की खरीदी करने का निर्णय लिया गया है। सरकार की इस नीति के खिलाफ बुधवार को संतप्त किसानों ने तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर रोष व्यक्त किया। इस समय आदिवासी विविध सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी उत्पादन के आधार पर सरकारी केंद्रों में धान खरीदी प्रक्रिया चलाने की मांग की।

यहां बता दें कि, हर वर्ष खरीफ और रबी सत्र के दौरान सरकार की एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत आदिवासी विविध सहकारी संस्थाओं के माध्यम से धान खरीदी केंद्र आरंभ किए जाते हैं। सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर किसान अपना धान इन्हीं केंद्रों पर बेचते हैं। इस वर्ष तहसील के कुल 3 हजार 385 किसानों ने अपने धान की बिक्री के लिए पंजीयन करवाया है। लेकिन सरकार द्वारा केवल 42 हजार क्विंटल धान खरीदी करने का पत्र सभी संस्थाओं को भेजा गया है,  जिसके कारण अधिकांश किसान अपना धान केंद्रों में नहीं बेच पाएंगे। उन्हें कम दरों में अपना धान निजी व्यापारियों को बेचना पड़ेगा। क्षेत्र में 1 मई से धान खरीदी केंद्र शुरू होने की संभावना किसानों ने व्यक्त की थी। मात्र अब तक एक भी खरीदी केंद्र आरंभ नहीं किया गया है। उत्पादन के आधार पर धान की खरीदी करने और आगामी 25 मई के पूर्व खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ज्ञापन से की गयी। ऐसा न करने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी भी किसानों ने दी है। 

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