किसानों की छूट खत्म, फिर से किसान रेल चलाने की मांग 

किसानों की छूट खत्म, फिर से किसान रेल चलाने की मांग 

Anita Peddulwar
Update: 2020-12-18 08:16 GMT
किसानों की छूट खत्म, फिर से किसान रेल चलाने की मांग 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। किसानों के लिए वरदान साबित होने वाली किसान रेल को नियमित चलाने की मांग जोर पकड़ रही है, ताकि किसानों व व्यापारियों को इसका लाभ मिल सके। लेकिन किसान रेल में दी जाने वाली छूट की अवधि खत्म हो गई है। ऐसे में किसान वर्ग की ओर से रेलवे को फिर से किसान रेल चलाने की मांग की जा रही है। दपूम रेलवे नागपुर मंडल की ओर से इस संबंध में हेड क्वार्टर को किसान रेल फिर से चलाने के लिए पत्र व्यवहार भी किया जा रहा है। 

भारतीय रेलवे की ओर से किसानों की मदद करने के लिए और देशभर में कृषि उपज की त्वरित ढुलाई सुचारू करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए किसान रेल शुरू की गई थी। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर दपूम रेलवे की ओर से छिंदवाड़ा से हावड़ा तक दो बार किसान रेल को चलाया गया था। अक्टूबर व दिसंबर माह में ट्रेन को छिंदवाड़ा से शुरू कर इतवारी, गोंदिया, राजनांदगांव, रायपुर, बिलासपुर होते हुए हावड़ा भेजा गया था। जिससे किसानों को बहुत अच्छा प्रतिसाद भी मिला था।

पहली ट्रेन में नागपुर मंडल से 155 टन व दूसरी ट्रेन में 175 टन उपज भेजी गई थी। जिसमें छिंदवाड़ा से पत्तागोबी, सौंसर से संतरा, इतवारी से अनार, संतरा, मौसंबी, अदरक, कटहल, भंडारा रोड स्टेशन से मिर्ची, गोंदिया से अदरक, हल्दी, लहसून, राजनांदगांव से अमरूद, लौकी आदि भेजे गए थे। यह ट्रेन किसान व कारोबारियों को अच्छी आमदनी दिलाने के लिए कारगर साबित हुई थी। लेकिन वर्तमान स्थिति में ट्रेन को चलाने को लेकर कोई तिथि तय नहीं है। रेलवे प्रशासन भी इसे लेकर रेलवे बोर्ड से संपर्क कर किसान रेल को  चलाने की कवायद की जा रही है।

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