इन गांवों में तेंदुए ने उड़ाई नींद, पटाखे फोड़कर भगा रहे लोग

इन गांवों में तेंदुए ने उड़ाई नींद, पटाखे फोड़कर भगा रहे लोग

Anita Peddulwar
Update: 2018-04-12 10:04 GMT
इन गांवों में तेंदुए ने उड़ाई नींद, पटाखे फोड़कर भगा रहे लोग

डिजिटल डेस्क,मासोद(वर्धा)/ सिंदेवाही(चंद्रपुर) । बाघों और तेंदुओं के लिए प्रसिद्ध विदर्भ में इन जानवरों ने अच्छी खासी दहशत फैला रखी है। खासतौर पर तेंदुए इस कदर आदमखोर हो रहे हैं कि आए दिन कहीं न कहीं कोई न कोई इनका शिकार हो रहा है। वर्धा में तेंदुए के आतंक से खौफजदा ग्रामीणों ने खुद रात्रि गश्त लगाने का निर्णय लिया है। इसी तरह चंद्रपुर के सिंदेवाही में तेंदुए को गांव से भगाने के लिए लोगों को पटाखे फोड़ने पड़ रहे हैं। यहां तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है।

मिलकर लगाएंगे रात्रि गश्त
जानकारी के अनुसार वर्धा जिले के  सुसुंद्र गांव में गत डेढ़ माह से तेंदुए की दहशत है।  नागरिकों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।   वनविभाग के एसीएफ चवरे ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ग्रामवासियों के साथ सहविचार सभा ली। सुसुंद्र गांव स्थित जिप स्कूल में आयोजित सहविचार सभा में क्षेत्रीय वन अधिकारी ताल्हण, वन्यप्रेमी कौशल मिश्रा, खरांगणा पुलिस थाना के थानेदार रामटेके, वनक्षेत्र अधिकारी डेहणकर तथा ग्रामवासी मौजूद थे। तेंदुए के कारण ग्रामीणों में निर्माण हुई दहशत, जानवरों का नुकसान, खेती कामों पर हो रहा असर आदि समस्यरा ग्रामीणों ने रखी। महिलाओं को जंगल से लकडिय़ां लाना तक मुश्किल हो रहा है। वनविभाग द्वारा दिए जानेवाला गैस सिलेंडर भी एससी कोटा छोड़ अन्य लोगों को नहीं मिलने की शिकायत की गई। आखिरकार वन्यप्रेमी कौशल मिश्रा ने रात के समय टैक्टर पर आवाज करते हुए ग्रामवासी, वन कर्मचारी तथा खरांगणा पुलिस थाना के कर्मचारियों द्वारा रात्रि गश्त लगाने का निर्णय लिया गया। गत दो माह से परिसर में तेंदुए की दहशत है लेकिन जिप सदस्य, विधायक, सांसद ने गांव में भेट नहीं दी जिससे ग्रामीणों में भारी रोष भी देखा जा रहा है।

इधर पटाखे फोड़कर तेंदुए को भगाया, लोनवाही में लगाया पिंजरा
सिंदेवाही पंचायत समिति के पीछे स्थित सिंचाई विभाग के क्वार्टर में डेरा डालकर बैठे दो तेंदुओं को  पटाखे फोड़कर भगाया गया। वहीं लोनवाही के विवेकनगर में पिंजरा लगाए जाने की जानकारी वन विभाग ने दी है। फिलहाल, परिसर में अब भी तेंदुओं की दहशत बरकरार होकर नागरिकों ने तेंदुओं का बंदोबस्त करने की मांग की है। 
बता दें कि सिंदेवाही में दो माह पूर्व से ही तेंदुए की दहशत थी। वन विभाग ने उसे पिंजराबंद किया था। ऐसे में फिर से लोनवाही-सिंदेवाही में तेंदुए की दहशत निर्माण हुई है। तीन दिन पहले  तेंदुए ने  सोनटक्के के घर में बनी गौशाला में जाकर बकरी का शिकार किया था। उपरांत फिर  पंचायत समिति के पीछे सिंचाई विभाग कार्यालय के पुराने क्वार्टर में कुछ लोगों ने दो तेंदुए देखे। इसकी जानकारी वन विभाग को मिलते ही वनकर्मियों की टीम वहां पहुंची। उन्होंने भी  क्वार्टर में तेंदुआ देखा। टीम ने उस पर नजर बनाए रखी लेकिन इस बीच तेंदुए वहां से निकल गए लेकिन शाम होते ही वे लौटकर वहीं आ गए।  तेंदुओं को भगाने के लिए पटाखे फोड़े गए। पटाखों की आवाज से तेंदुए जंगल की ओर भाग गए।  परिसर में पिंजरा भी लगाया है। स्थिति पर वन विभाग की टीम नजर बनाए हुए है। 
 

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