गया: मां-बेटी के साथ गैंगरेप का मामला, RJD के 6 नेताओं पर केस दर्ज
गया: मां-बेटी के साथ गैंगरेप का मामला, RJD के 6 नेताओं पर केस दर्ज
डिजिटल डेस्क, गया। बिहार के गया में मां-बेटी के साथ गैंगरेप के मामले में शर्मनाक हरकत करने वाले आरजेडी के 6 नेताओं पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। इन नेताओं पर पीड़िता की पहचान उजागर करने और उसे आपबीती बताने को मजबूर करने पर का आरोप है। ये सभी नेता गैंगरेप का शिकार हुई मां-बेटी से शुक्रवार को मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पीड़िता से बार-बार आपबीती बताने को कहा था। इस मामले में आलोक मेहता के अलावा आरजेडी महिला सेल की अध्यक्ष आभा लता, बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, जिला महिला अध्यक्ष सरस्वती देवी और आरजेडी जिलाध्यक्ष निजाम आलम पर नामजद FIR दर्ज हुई है।
दर्जनभर हथियारबंद लोगों ने किया था दुष्कर्म
दरअसल यह सामूहिक दुष्कर्म की घटना 13 जून की रात को हुई थी। गया के सोनडीहा गांव में एक डॉक्टर, उनकी पत्नी और बेटी को दर्जनभर हथियारबंद लोगों ने बंधक बना लिया था। बाद में आरोपियों ने डॉक्टर की बाइक लूटकर डॉक्टर को पेड़ से बांध दिया फिर उसके सामने ही उसकी 45 वर्षीय पत्नी और नाबालिग बेटी के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे।
आरजेडी नेताओं ने जबरन उजागर की पीड़िता की पहचान
घटना की शिकायत के बाद जब पुलिस पीड़िता को मेडिकल टेस्ट के लिए ले जा रही थी, उसी दौरान मामले में राजनीति करने के लिए कुछ आरजेडी नेताओं ने पुलिस की गाड़ी को रोककर प्रर्दशन किया। जबरदस्ती पीड़िता से मुलाकात कर उसके साथ फोटो भी खिंचवाई। इतना ही नहीं कई आरजेडी कार्यकर्ता नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इन नेताओं ने लोगों के सामने पीड़िता को आपबीती बताने के लिए मजबूर किया। इस बीच लगातार हो रहे सवालों से परेशान होकर पीड़िता रोने लगी। दुपट्टे से ढका उसका चेहरा भी अफरा-तफरी में खुल गया। पीड़िता ने बार-बार एक ही बात बताने से इनकार कर दिया था फिर भी आरजेडी नेता आपबीती बताने के लिए उस पर दबाव बनाते रहे।
पुलिस ने की पहचान उजागर ना करने की अपील
वहीं एसएसपी ने कहा कि पीड़िता की स्थिति अभी भी सही नहीं है। पहचान उजागर ना हो इसलिए वो केस भी नहीं करवाना चाहती थी। काफी काउसंलिंग के बाद वो FIR के लिए तैयार हुई है। एसएसपी ने ये भी अपील की है कि पीड़िता या फिर उससे संबंधित किसी भी व्यक्ति की पहचान जाहिर ना की जाए। उसके गांव, स्कूल और पड़ोसियों का नाम ना उजागर किया जाए।
तीन आरोपियों की पीड़िता ने की शिनाख्त
घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। जिसमें से तीन आरोपियों की पीड़िता ने शिनाख्त भी कर ली है। वहीं इस मामले को लेकर जोनल आईजी नैयर हसनैन खान ने कोंच थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है।
दुष्कर्मियों को मिले फांसी की सजा
हालांकि पीड़िता ने दुष्कर्मियों को फांसी दिलाने की मांग की है। उसका कहना है, आरोपियों को फांसी होने पर ही उसे इंसाफ मिलेगा। जैसा मेरे साथ हुआ ऐसा किसी और के साथ न हो इसलिए इन्हें फांसी की सजा ही मिलनी चाहिए।