रेलवे अस्पताल में आग,  मरीजों को निकाला बाहर, आईसीयू के पेसेंट को किया रेफर

रेलवे अस्पताल में आग,  मरीजों को निकाला बाहर, आईसीयू के पेसेंट को किया रेफर

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-24 09:35 GMT
रेलवे अस्पताल में आग,  मरीजों को निकाला बाहर, आईसीयू के पेसेंट को किया रेफर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्य रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत आनेवाले रेलवे अस्पताल में रविवार की रात अचानक आग लग गई। जिससे पूरे अस्पताल  धुआं-धुआं हो गया। आग से मरीज व परिजनों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में अस्पताल स्टाफ से लेकर मरीजों को बाहर निकाला गया। वहीं आईसीयू में एडमिट पेशंट को दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी आने के बाद कुछ ही देर में आग पर काबू पाया गया। लेकिन बत्ती गुल होने  व भीतर धुआं रहने से रात में लगभग 4 घंटे तक मरीज बाहर रहे। घटना की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर DRM सोमेश कुमार व यूनियन के पदाधिकारी भी पहुंच गये थे।

नागपुर के DRM कार्यालय के पास रेलवे का बड़ा अस्पताल है। जिस पर विभाग के 17 हजार कर्मचारियों की सेहत का जिम्मा है। अस्पताल में मामूली बीमारी से लेकर बड़े ऑपरेशन  होते हैं। नागपुर के अलावा यहां रोजाना वर्धा, सेवाग्राम, बैतूल, इटारसी, आमला सहित आसपास से भी कर्मचारी व कर्मचारियों के परिजन इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में प्रति दिन यहां 12 वार्ड में 50 से ज्यादा मरीज एडमिट रहते हैं।  इनकी देखभाल करने के लिए बड़ी संख्या में है। जानकारी के अनुसार रविवार की रात में 8 बजे वार्ड नंबर 4 में अचानक वायरिंग में शॉर्ट सर्किट हुआ। पहले तो तेज धुआं निकला  फिर आग लग गई।

जससे मरीज के परिजन  शोर-मचाना शुरू किया। आग लगने की बात पूरे अस्पताल में फैल गई। इलेक्ट्रीक वायरिंग में आग लगने से बत्ती भी गुल हो गई थी। जिससे चारों तरफ अंधेरा छा गया । आग के साथ धुआं इतना निकल रहा था, कि मरीजों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। ऐसे में प्रशासन ने सही निर्णय लेते हुए सभी मरीजों को अस्पताल के बाहर निकालना शुरू किया । अग्निशमन की गाड़ी बुलाई गई। जिसके बाद आग पर नियंत्रण पाया गया। लेकिन भीतर बहुत ज्यादा धुआं रहने से मरीजों को अंदर नहीं भेजा गया।  रात 12 बजे तक बिजली मरम्मत करने के बाद मरीजों भीतर भेजा गया।

शार्ट सर्किट से लगी आग
आग नहीं लगी थी, शॉर्ट सर्कीट से धुआं निकला था। मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें कुछ देर के लिए बाहर निकाला गया था। ( एस.जी. राव, साहायक वाणिज्य प्रबंधक, मध्य रेलवे नागपुर)

पुनरावृत्ति न हो इसका ध्यान रहे
जो भी हुआ है, कहीं न कहीं प्रशासन की कमी को उजागर करता है। ऐसे में प्रशासन की ओर से ऐसी घटना की पुनावृत्ति न हो इसे लेकर सुध लेना जरूरी है। ( विरेन्द्र सिंह, मंडल अध्यक्ष, सीआरएमएस)

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