अमरावती शहर में मिला पहला संदिग्ध मरीज
चिंता अमरावती शहर में मिला पहला संदिग्ध मरीज
डिजिटल डेस्क, अमरावती। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के संभावित खतरे के बीच युगांडा से 22 दिसंबर को नागपुर लौटे और फिर अमरावती में रिश्तेदार के यहां आए एक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संदिग्ध मरीज ने जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। इस व्यक्ति के नमूने विवि प्रयोगशाला ने प्राथमिकता से जिनोेम सिक्वेंसिंग के लिए भिजवाए हैं। संदिग्ध के परिवार के चार सदस्यों को आईसोलेट किया गया है। साथ ही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
यूनिवर्सिटी कोविड प्रयाेगशाला से मिली जानकारी के अनुसार नागपुर निवासी व्यक्ति 22 दिसंबर को युगांडा से लौटा था। स्थानीय महानगरपालिका ने इसके स्वैब नमूने जांच के लिए कोविड लैब भेजे थे। 25 दिसंबर को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह रिश्तेदार के यहां अमरावती आ गया। शहर प्रशासन को जानकारी मिलते ही संदिग्ध मरीज की तलाश की गई। इसके परिवार में उसकी मां भी कोरोनाग्रस्त पाई गई है। इन दोनों ही मरीजों को फिलहाल जिला कोविड अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। साथ ही परिवार के दो अन्य सदस्यों को होम आईसोलेशन में रखा गया है। जबकि संदिग्ध के नमूने जिनेम सिक्वेसिंग के लिए पुणे की एनआईवी लैब भेजे गए है। प्रशासन की ओर से बताया गया कि संदिग्ध व्यक्ति में आेमिक्रॉन के प्राथमिक लक्षण पाए गए हैं। अमरावती मनपा की ओर से उसके संपर्क में आए लोगों के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए है। साथ ही अमरावती में जिन-जिन लोगों से संदिग्ध की मुलाकात हुई है। उनकी तलाश भी की जा रही है।
नागपुर मनपा ने किया था सूचित : संदिग्ध व्यक्ति के कोरोनाग्रस्त मिलने के बाद नागपुर महनगरपालिका ने उसकी अमरावती पहंुचने की संभावना व्यक्त करते हुए अमरावती प्रशासन को इसकी सूचना दी गई थी। जिसके आधार पर तलाशी अभियान चलाया गया।