गर्मी व ऑक्सीजन की कमी से अंबाझरी तालाब में सैकड़ों मछलियां मरीं

गर्मी व ऑक्सीजन की कमी से अंबाझरी तालाब में सैकड़ों मछलियां मरीं

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-15 08:06 GMT
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डिजिटल डेस्क,नागपुर। बढ़ती गर्मी, प्रदूषण और आक्सीजन की कमी से अंबाझरी तालाब की सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई।  ग्रीन विजील संस्था ने एम.आर. थोसर, एक्सपर्ट फ्रेश वाटर जूलॉजी के साथ इस पर अंबाझरी तालाब का निरीक्षण  किया, जिससे यह पता चला कि केवल एक ही प्रजाति की मछलियां मरी हैं। इसका एक कारण बढ़ता तापमान और दूसरा कारण पानी में ऑक्सीजन की कमी भी है। आसपास के लोगों ने बताया कि हर साल गर्मी में मछलियां मरती हैं। अंबाझरी तालाब में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत हुई है। नीरी ने भी इस विषय को लेकर सैंपल लिया है, जिसकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है।

मछुआरों के धंधे पर असर
अंबाझरी तालाब के आसपास के मछुआरों से बात करने पर उन्हाेंने बताया कि इस मछली को तैलापिया भी कहते हैं। यह बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है। इन मछलियों का व्यापार अधिक होता है, लेकिन इस वर्ष गर्मी के कारण बड़ी संख्या में मछलियां मर रही हैं, इससे अंबाझरी के आसपास के मछुआरों के व्यापार पर भी असर पड़ेगा।

पानी की गहराई में ऑक्सीजन बहुत कम मात्रा में होती है, इसलिए मछलियां ऊपरी सतह में ऑक्सीजन के लिए आती हैं। गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ने से ऊपरी सतह का पानी गर्म हो जाता है, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाती है। सभी प्रजाति की मछलियां अधिकतम तापमान को सहन नहीं कर पातीं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। तालाबों में क्लेरियस बेट्रेकस और हेट्रोपन्यू सटस फॉसिल्स यह दो तरह की प्रजाति पाई जाती है, यह केटफिश कैटगरी में आती हैं।

गर्मी, ऑक्सीजन के कारण मौत
पानी में ऑक्सीजन की कमी के कारण मछलियां मर रही हैं। ऐसा लगभग हर वर्ष होता है, जहां जलस्तर कम होता है वहां पर गर्मी और डाइल्यूट ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से मछलियां मर जाती हैं। अंबाझरी में मरने वाली मछलियां एक ही प्रजाति की हैं।
- एम.आर. थोसर, फ्रेश वाटर जूलॉजी एक्सपर्ट 

और भी कारण हो सकते हैं
मछली मरने के दूसरे कारण भी हो सकते हैं। एक ही प्रजाति की मछलियां मर रही हैं, तो शायद कोई जेनेटिक्स बीमारी भी हो सकती है, या पानी में पाल्यूटेंट की मात्रा भी अधिक हो सकती है। इससे आसपास के मछुआरों के व्यापार में जरूर असर पड़ेगा।
- मन्नु दत्ता, संयोजक, तालाब बचाओ समिति
 

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