सातारा के अंबेघर गांव से भूस्खलन वाली जगह से मिले पांच शव

सातारा के अंबेघर गांव से भूस्खलन वाली जगह से मिले पांच शव

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-24 13:46 GMT
सातारा के अंबेघर गांव से भूस्खलन वाली जगह से मिले पांच शव

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के सातारा जिले में अंबेघर गांव में हुए भूस्खलन वाली जगह से शनिवार को पांच शव बरामद किए गए। गुरुवार की रात यहां भूस्खलन हुआ था। पाटन तहसील में स्थित इस गांव में हुए भूस्खलन में कम से कम 16 लोगों के फंसे होने की आशंका हैं क्योंकि चार से पांच घर मलबे में दफन हो गए हैं। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि हमने अंबेघर में तलाश एवं बचाव अभियान के दौरान अब तक पांच शव बरामद किए हैं।सातारा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने बताया कि स्थानीय पुलिस, निवासी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इसी तहसील में दो अन्य गांवों मीरगांव और धोखावले में भी भूस्खलन हुआ है जहां क्रमश : 12 और चार लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि इन स्थानों पर भी बचाव अभियान जारी है। सातारा के जिलाधिकारी शेखर सिंह ने शुक्रवार को बताया था कि गुरुवार और शुक्रवार की रात को हुए इन तीन भूस्खलनों में करीब 30 लोगों के फंसे होने की आशंका है।

राष्ट्रपति ने राज्यपाल से जाना हाल
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से शनिवार को बात की और राज्य में बारिश एवं बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान पर चिंता जताई। राज्यपाल ने लोगों की परेशानियां कम करने के लिए किए जा रहे बचाव एवं राहत के कार्यों से राष्ट्रपति को अवगत कराया। राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी से बात की और बारिश एवं बाढ़ के कारण राज्य में हुए जान-माल के नुकसान पर अपनी चिंता जाहिर की। राज्यपाल ने उन्हें लोगों की दशा को सुधारने के लिए उठाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों से अवगत कराया।”
 
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नौसेना बुलाने में देरी की हो न्यायिक जांचः अतुल भातखलकर
भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने कहा है कि भारी बारिश से कोंकण में हुई तबाही के बाद राज्य सरकार ने नौसेना बुलाने में देरी की। उन्होंने इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। भाजपा विधायक ने कहा कि यदि राज्य सरकार ने समय रहते नौसेना व कोस्टल गार्ड की सेवाएं ले होती तो इतने लोगों की मौत नहीं होती। मुंबई भाजपा के प्रभारी भातखलकर ने कहा कि मानसून के वक्त नौसेना की टुकड़ी हमेशा तैयार रहती है। उन्हें बस राज्य सरकार के आदेश का इंतजार रहता है। लेकिन कोंकण में भारी तबाही के बावजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नौसेना को पत्र भेजने में 24 घंटे लगा दिए जबकि गुरुवार को ही प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से फोन पर चर्चा कर बाढ़ का हाल जाना था। दोनों नेताओं ने राज्य सरकार को सभी तरह की मदद का आश्वासन दिया था लेकिन घर बैठी सरकार ने मदद के लिए पत्र लिखने में भी 24 घंटे लगा दिए। 

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