50 लाख के रत्न कर दिए पार - फरियादी को भटकाती रही पुलिस

50 लाख के रत्न कर दिए पार - फरियादी को भटकाती रही पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-01 08:25 GMT
50 लाख के रत्न कर दिए पार - फरियादी को भटकाती रही पुलिस

डिजिटल डेस्क,सतना। कोलगवां थाने की नाक के नीचे स्थित बस स्टैंड से पिछली रात अज्ञात बदमाश सागर के एक रत्न कारोबारी संजय जडिया को तकरीबन 50 लाख की चोट मार कर फरार हो गए। कारोबार के सिलसिले में रीवा से लौट कर सागर  जा रहे व्यवसायी के दावे के मुताबिक उनके बैग में 13 लाख रुपए मूल्य के हीरे और तकरीबन 37 लाख के राशि रत्न थे। पहले से ही पीछा कर रहे अज्ञात बदमाशों ने रात साढ़े 10 बजे के करीब उस वक्त बैग पार कर दिया,जब वो बस की सीट में ही बैग रख कर सुलभ काम्पलेक्स में चले गए।
एफआईआर के लिए कोलगवां पुलिस ने दिखाई रीवा की राह-
सागर के रत्न कारोबारी संजय जडिया ने बताया कि हीरे और राशि रत्नों से भरा बैग गायब होने की खबर उन्होंने तत्काल डायल-100 को दी। एफआरबी आई और उन्हें कोलगवां थाने ले गई। आरोप है कि कोलगवां थाने के ड्यूटी आफीसर ने ये कह कर एफआईआर करने से इंकार कर दिया कि मामले की शिकायत रीवा पुलिस के पास जा कर करो। पहले से परेशान व्यापारी संजय जडिया रात में ही बस से रीवा लौट गए। रीवा पुलिस में रात में सुनवाई नहीं हुई तो वो वहीं रुक गए। रविवार को रीवा कोतवाली ने उन्हें फिर से सतना के कोलगवां थाने का रास्ता दिखा दिया। संजय जडिया एक बार फिर एफआईआर कराने के लिए रीवा से सतना आए। गनीमत थी थाने में एसपी रियाज इकबाल मिल गए।
कायमी के नाम पर सिर्फ 25 हजार की चोरी-
पीड़ित रत्न कारोबारी संजय जडिया पिता चंद्रभूषण जडिया निवासी बरिया घाट जिला सागर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल के हस्तक्षेप पर कोलगवां थाने ने उनकी एफआईआर तो दर्ज कर ली मगर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी के सेक्सन 379 के तहत महज 25 हजार की चोरी का अपराध दर्ज किया गया।  
 पहले से ही पीछे लगे थे बदमाश-
 हमेशा की तरह कारोबार के सिलसिले में रीवा पहुंचे रत्न कारोबारी संजय जडिय़ा ने रात 9 बजे बस स्टैंड से सागर के लिए कल्पनपा ट्रैवल्स की बस पकड़ी थी। साढ़े 10 बजे बस सतना बस स्टैंड पहुंची। वो फ्रेश होने के लिए बस स्टैंड स्थित सुलभ काम्पलेक्स गए। वापस आए तो बस की सीट में रखा बैग गायब था। उन्होंने आशंका जताई कि कुछ बदमाश रीवा स्थित उस होटल से ही पीछे लगे थे,जहां वो ठहरे थे। जो प्रकाश चौक से आटो से  बस स्टैंड तक आए मगर वो बस में नहीं बैठे। जबकि उसी बस में उनकी आगे की सीट में दो अन्य संदिग्ध छतरपुर की टिकट लेकर बैठे। संजय के मुताबिक जब सतना बस स्टैंड में वो उतरे तो एक युवक तेजी से दौड़ता हुआ बस की ओर आया था,मगर वो समझ नहीं पाए। बैग गायब होने के साथ ही वो दोनों युवक भी बस में नजर नहीं आए जो उनकी आगे की सीट में छतरपुर की टिकट लेकर बैठे थे।

 

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