मां के बगल सो रही दूध मुंही बच्ची को दबोच ले गया तेंदुआ, खेत में मिला शव
मां के बगल सो रही दूध मुंही बच्ची को दबोच ले गया तेंदुआ, खेत में मिला शव
डिजिटल डेस्क, पुणे। घर में पांच महीने की बच्ची अपनी मां के साथ सो रही थी कि अचानक तेंदुआ अंदर घुस गया और मासूम को दबोच कर बाहर ले जाने लगा। तेंदुए की आहट सुनकर परिवार के सदस्य भी उठ गए। लेकिन जब बच्ची को तेंदुए के मुह में देखा, तो सभी की जान गले में अटक गई। परिवारवालों ने बच्ची को बचाने की कोशिश की, लेकिन तेंदुआ मासूम को लेकर तेजी से भाग निकला, वो अंधेरे में झाड़ियों की ओर निकल गया। इसके बाद गुरुवार सुबह घटनास्थल से 400 मीटर दूरी पर गन्ने के खेत में बच्ची का शव पड़ा मिला। मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। उसकी मासूम बच्ची तेंदुएं का निवाला बन चुकी थी।
दिल दहला देने वाला यह मामला जुन्नर तहसील के येड़गांव खानेवाड़ी में सामने आया। जहां रामदास भिकाजी भोर के खेत में तेंदुआ खुसा। खेत में चरवाहे का परिवार रहता है। बीती रात जब सभी सोए हुए थे। उस समय कल्याणी नामक बच्ची मां के पास सो रही थी। गुरूवार तड़के तेंदुआ घर में घुस गया। वो बच्ची को दबोचकर खेत की ओर भाग निकला था। घटना की जानकारी वनअधिकारियों को दी गई। उपवनसंरक्षक जयराम गौड़ा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि उनकी टीम को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
पिंजरा न लगाने के कारण घटी घटना
येड़गांव के सरपंच गणेश गावड़े ने आरोप लगाया है कि तेंदुए ने इलाके में भेड़, बकरियां और जानवरों पर हमले किए हैं। वाहनचालकों का भी पीछा किया है। इसलिए पिंजरा लगाने की मांग कई बार की थी, लेकिन इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया था। जिस कारण यह घटना घटी है।
परिवार को आर्थिक मदद
उपवनसंरक्षक गौड़ा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकारी निर्णय के अनुसार झिटे परिवार को आर्थिक मदद जल्द दी जाएगी। इसके अलावा गांव के आस पास के इलाकों में पिंजरा लगाने का आदेश दिया गया है, लेकिन लोग भी खुद की एहतियात बरतें।