कोल्हापुर की कढ़ाही में बनेगी  3000 किग्रा की लजीज खिचड़ी

कोल्हापुर की कढ़ाही में बनेगी  3000 किग्रा की लजीज खिचड़ी

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-24 07:18 GMT
कोल्हापुर की कढ़ाही में बनेगी  3000 किग्रा की लजीज खिचड़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय व्यंजनों में खिचड़ी का अपना अलग महत्व व स्वाद होता है। इसे हर प्रांत में बनाया जाता है, लेकिन बनाने की पद्धति जरूर भिन्न होती है। इसमें मुख्य रूप से दाल और चावल होते हैं। गुजरात, खानदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में लगभग 80 प्रतिशत लोग खिचड़ी को मुख्य आहार में शामिल करते हैं। खिचड़ी को राष्ट्रीय ‘अन्न’ घोषित करने के उद्देश्य से 14 अक्टूबर को नागपुर में 3000 किग्रा की खिचड़ी तैयार की जाएगी। खिचड़ी सुबह 11 बजे से चिटणवीस पार्क स्टेडियम में बनाई जाएगी और दोपहर 3 बजे से इसका वितरण किया जाएगा। 53 घंटे लगातार कुकिंग का रिकॉर्ड बनाने वाले शेफ विष्णु मनोहर द्वारा खिचड़ी बनाई जाएगी। यह जानकारी मैत्री परिवार संस्था के अध्यक्ष संजय भेंडे ने विष्णु जी की रसोई में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।

इस दौरान शेफ विष्णु मनोहर ने बताया कि खिचड़ी बनाने के लिए कढ़ाही कोल्हापुर से लाई जाएगी। इसका निर्माण कोल्हापुर के इंजीनियर निलेश के मार्गदर्शन में किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड के लिए उन्हें  गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड से सहमति पत्र दिया जा चुका है। प्रेस कांफ्रेंस में संस्था के सचिव प्रमोद पेंडके, विजय जथे, मिलिंद देशकर, राजीव जायसवाल, निंरजन वासेकर, विजय शहाकार मौजूद थे। 

इन सामग्रियों से बनेगी खिचड़ी
3000 किग्रा की खिचड़ी 1000 किग्रा दाल-चावल, 500 किग्रा सब्जियां, 100 किग्रा घी, 50 किग्रा मसाले आदि सामग्री से बनाई जाएगी। कोल्हापुर से मंगाई गई कढ़ाही में 3128 किग्रा खिचड़ी बनने की क्षमता है। खिचड़ी को चलाने के लिए जो चमचा तैयार किया गया है, उसकी लंबाई 11 फीट और चौड़ाई 20 इंच है। खिचड़ी का निर्माण शेफ विष्णु मनोहर द्वारा अकेले ही किया जाएगा। खिचड़ी बनाने के लिए जिस चूल्हे का प्रयोग किया जाएगा, उसमें 3 ट्रैक्टर जलाऊ लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही खिचड़ी मे मिनरल वॉटर यूज किया जाएगा। विशेष आयोजन के लिए शहर के 15 स्कूलों के बच्चों को आमंत्रित किया गया। साथ ही शहर के विभिन्न अनाथाश्रम तथा वृद्धाश्रमों को भी आमंत्रित किया गया है। खिचड़ी का वितरण नि:शुल्क किया जाएगा। सभी नागरिकों को खिचड़ी के लिए घर से बर्तन लाने होंगे।

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