इलेक्ट्रिक बसों के टेंडर में नहीं हुई एक भी कंपनी शामिल

इलेक्ट्रिक बसों के टेंडर में नहीं हुई एक भी कंपनी शामिल

Tejinder Singh
Update: 2019-01-13 10:52 GMT
इलेक्ट्रिक बसों के टेंडर में नहीं हुई एक भी कंपनी शामिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका शहर में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन का करने वाली है, लेकिन शुरुआत होने से पहले ही मामला खटाई में पड़ गया। इलेक्ट्रिक बसों की खरीदी से लेकर संचालन, मेंटेनेंस आदि की जिम्मेदारी के लिए टेंडर निकाला गया था, जिसमें किसी भी कंपनी ने हिस्सा नहीं लिया है। परेशानी की बात यह है कि ई-टेंडर की प्री-मीटिंग में कुछ कंपनी शामिल हुई थी, लेकिन इस बार तो ई-टेंडर की प्री-मीटिंग में सिर्फ 3 कंपनियों ने भाग लिया, जिससे मनपा की सांस फूली हुई है। इधर, 26 जनवरी से सीएनजी पर चलने वाली बसों की प्रक्रिया आरंभ होने वाली है।

इलेक्ट्रिक बसों के लिए अभी और इंतजार : शहरवासियों को इलेक्ट्रिक बसों में बैठने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। इलेक्ट्रिक बसों का अभी टेंडर ही नहीं हुआ है। इसके बाद कंपनी तय होगी और उसके बाद इसकी वास्तविक प्रक्रिया आरंभ होगी। इलेक्ट्रिक बसें नॉन एसी मिडी बसें होंगी, जिनकी सवारी क्षमता 32 होने की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान में ‘आपली बसें’ डीजल पर चल रही हैं, इनमें से 50 बसों को सीएनजी में परिवर्तित किया जाएगा। इनके स्टेशन के लिए कोराड़ी में जगह देखने की बात सामने आई है। वहां 26 जनवरी को स्टेशन सहित अन्य प्रक्रिया का शुभारंभ किया जाएगा। 
इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि 2 से 3 माह में यह बसें सड़कों पर दौड़ेंगी।

बंद हो चुकी एसी ग्रीन बसें
केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी का ड्रीम प्रोजेक्ट ग्रीन बसों का संचालन बंद हो चुका है। इथेनॉल पर संचालित एसी ग्रीन बसों की जिम्मेदारी स्कैनिया के पास थी, लेकिन भुगतान न होने के कारण यह सेवा बंद हो चुकी है। ऐसे में इसी रूप रेखा वाली बसों को खरीदने की तैयारी मनपा कर रही है, हालांकि यह बसें मनपा की मालिकी की होगी।
 

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