जंगलों में अलर्ट, लकड़ी चोरों और शिकारियों पर नजर
जंगलों में अलर्ट, लकड़ी चोरों और शिकारियों पर नजर
डिजिटल डेस्क,नागपुर। होली के कारण जंगलों में अवैध कटाई से लेकर अवैध शिकार का प्रमाण बढ़ जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने हाल ही में जंगलों को अलर्ट दिया है। साथ ही गश्त भी बढ़ा दी है। लकड़ी चोरी के लिए खासकर टीम बनाई गई है, जो वॉकिंग ट्रैक से जंगलों पर नजर रखने के साथ कुछ को जंगलों के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जा रहा है।
नागपुर रेंज की बात करें तो यहां झुडपी जंगल का प्रमाण बहुत ज्यादा है। जिसमें सेमिनरी हिल्स, अंबाझरी व गोरेवाड़ा शामिल हैं। इसके अलावा नागपुर के आस-पास यानी उमरेंड रेंज में मटकाझरी, वडद, पारटगांव, मकरधोकड़ा का जंगल आता है। इन जंगलों में वन्यजीवों के अलावा बहुत ज्यादा सूखी लकड़ियां मिलती है। कई पेड़ सूखी अवस्था में होते हैं। ऐसे में होली दहन के लिए ऐसे पेड़ों की अवैध तरीके से कटाई के लिए गिरोह सक्रिय हो जाता है। कई बार इस तरह की घटनाएं हुई है, जिसमें जंगलों से लकड़ी चोरी होती है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए वन विभाग होली के कुछ समय पहले से ऐहतियात बरतना शुरू कर देता है। इस बार 20 मार्च को होली होने के कारण 8 दिन पहले से ही लकड़ी चोर सक्रिय हो गये हैं, जिन पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग ने भी कमर कस ली है। नागपुर रेंज के तरह बालउद्यान, गोरेवाड़ा, गोधनी, दाभा के जंगल में गश्त बढ़ा दी है।
अवैध शिकार पर भी नजर
होली के दिन कई लोग मांस खाना पसंद करते हैं। ऐेस में इस वक्त जंगलों में अवैध शिकार का भी बढ़ जाता है। हिंगणा रेंज में सालइमेढा, खापरी-बुट्टीबोरी रेंज में पश्चिमगेट जंगल, चारगांव जंगलों में तीतर, बटेर, जंगली सुअर जैसे जानवरों का अवैध शिकार किया जाता है। इन पर रोक लगाने के लिए गश्त बढ़ाई गई है।
गश्त बढ़ाई
रेंज ऑफिसर सेमिनरी हिल्स विजय गंगावने के मुताबिक होली के कारण जंगल में अवैध शिकार और लकड़ी चोर सक्रिय हो जाते हैं। इन पर लगाम कसने के लिए वन विभाग को सतर्क करते हुए गश्त बढ़ाई जाती है। इस बार भी गश्त बढ़ाने के साथ कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी जंगल में लगाई गई है।