पूर्व सांसद, साहित्यकार और बालकवि श्री बैरागी का निधन
पूर्व सांसद, साहित्यकार और बालकवि श्री बैरागी का निधन
डिजिटल डेस्क, नीमच। देश के विख्यात साहित्यकार व बालकवि श्री बैरागी का आज (रविवार) निधन हो गया। हिन्दी कवि और लेखक बालकवि बैरागी एक ऐसा नाम थे, जिन्होंने हिंदी साहित्य में अपने नाम के साथ नीमच जिले को अमर कर दिया। श्री बैरागी अंतरराष्ट्रीय कवि के रूप में नीमच का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके थे। उनका सरल ह्रदय एवं हंसमुख मस्त मौला व्यवहार आम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता था। उनका जन्म 10 फरवरी 1931 को मंदसौर जिले की मनासा तहसील के रामपुर गांव में हुआ था।
बैरागी ने विक्रम विश्वविद्यालय से हिंदी में एम.ए. किया था। आज वह नीमच में कांग्रेस नेता बाबू सलीम के यहां एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 3:30 बजे वापस मनासा पहुंचे कुछ समय आराम करने के लिए अपने कमरे में गए। 5:00 बजे जब उन्हें चाय के लिए उठाने लगे तो पता चला कि वे अब नहीं रहे। श्री बैरागी 87 वर्ष के थे। जैसे ही बैरागी दादा के देहांत की खबर अंचल में फैली पूरे अंचल में शोक की लहर दौड़ गई। कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां मनासा स्थित बैरागी दादा के निवास पर एकत्रित हो रही हैं।