मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर 9.18 लाख रुपए की ठगी
मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर 9.18 लाख रुपए की ठगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख 18 हजार की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। अपूर्वा रामटेके की शिकायत पर वाड़ी थाने में आरोपी गौरव उके के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। कहा जा रहा है कि गौरव ने अपूर्वा, उसकी बहन, सहेली और मित्र को नागपुर मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर यह ठगी की है। वाडी थाने के उपनिरीक्षक मुंडे ने आरोपी गौरव अशोक उके (27) पर धारा 420,465,468 के तहत मामला दर्ज किया है।
ऐसे पकड़ में आया
अपूर्वा अरुण रामटेके (25) और उसके मित्र रोहित मेश्राम के ईमेल पर आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र भेजा। उसके बाद आरोपी की पोल खुल गई। आरोपी ने जुलाई 2019 से 17 जुलाई 2021 के दरमियान अपूर्वा सहित 6 लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। आरोपी की इन लोगों से कैसे जान पहचान हुई, उसने किससे कितनी रकम ली, इस बारे में पुलिस छानबीन शुरू कर दी है।
यह है पूरा प्रकरण
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्लाॅट नं 11, मिलिंद बौद्ध विहार के पास नागपुर निवासी अपूर्वा रामटेके ने 17 जुलाई 2021 को वाडी थाने में आरोपी गौरव उके के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि आरोपी गौरव उके ने नागपुर मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने का लालच दिया। आरोपी ने अपूर्वा की तरह उसके मित्र रोहित यशवंत मेश्राम (24) नवनीत नगर, (नागपुर), अपूर्वा की बहन मिताली अरुण मेश्राम (23), अपूर्वा की सहेली प्रांजल अरुण बागडे (19) दत्तवाड़ी (नागपुर) व अपूर्वा की रिश्तेदार दिशा अरविंद भोस्कर (27) व दिशा की बहन रश्मि अरविंद भोस्कर (23) कामठी निवासी को भी नागपुर मेट्रो में टीसी सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने का लालच दिया था। इसके बदले में आरोपी ने उक्त सभी लोगों से करीब 9 लाख 18 हजार रुपए लिए।
थाने पहुंचा मामला : रकम लेने के बाद अपूर्वा और उसके दोस्त रोहित को फर्जी नियुक्ति पत्र ई-मेल पर भेज दिया। उक्त लोगों में से किसी को भी कोई नौकरी नहीं मिली तो अपूर्वा ने वाड़ी थाने में शिकायत की। वाड़ी थाने के उपनिरीक्षक मुंडे ने आरोपी गौरव उके पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।