गैंगवार : नागपुर के दो युवकों की कुही ले जाकर हत्या

गैंगवार : नागपुर के दो युवकों की कुही ले जाकर हत्या

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-17 06:01 GMT
गैंगवार : नागपुर के दो युवकों की कुही ले जाकर हत्या

डिजिटल डेस्क,नागपुर। शहर के दो युवकों की कुही क्षेत्र में कार से ले जाकर हत्या कर दी गई। मृतकों के नाम कुणाल सुरेश चरड़े (29) और सुशील सुनील बावणे (24), दिघोरी निवासी है।   ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस ने दोहरे हत्याकांड के आरोप में आरोपी राहुल श्रावण लांबट (27), भांडेवाड़ी, निशांत प्रशांतराव शाहकर (23), शक्तिमाता नगर, खरबी रोड और जागेश्वर उर्फ बालू संतोषराव दुधनकर (33),  निलेमल नगर, नरसाला निवासी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कन्हान के किसी पुलिसकर्मी द्वारा आत्मसमर्पण कराए जाने की चर्चा है। सूत्रों से पता चला है कि, गैंगवार के चलते उक्त घटना को आरोपियों ने अंजाम दिया है।

कुणाल और सुशील किसी समय हुड़केश्वर क्षेत्र में विजू मोहोड़ के गैंग से जुड़े थे। इस क्षेत्र में कुछ समय पहले विजू मोहोड़ और दिलीप ठवकर गैंग का काफी दबदबा था। विजू मोहोड़ की हत्या के बाद उसकी गैंग कमजोर पड़ गई थी। विजू मोहोड़ की हत्या ठवकर गैंग के मुखिया दिलीप ठवकर ने अपनी गैंग का दबदबा बनाने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर करीब दो वर्ष पहले की थी। बताया जाता है कि, बाल्या पिछले कुछ समय से बीट्स ग्रुप के साथ प्रतिस्पर्धा में लगा था। वह दिघोरी परिसर में अपना वर्चस्व जमा रहा था। इस बात को लेकर उसकी ठवकर से भी ठनी हुई थी। 

कार से किया अपहरण 
पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार को  आरोपी बालू, निशांत और राहुल ने कुणाल और सुशील का कार से अपहरण किया। दोनों को कुही थाने से करीब 16 किमी दूर उमरेड रोड पर डोंगरगांव ले गए। कुणाल और सुशील पहले शराब पीकर थे। आरोपियों ने रास्ते में लघुशंका के बहाने कार रोकी और कार से सभी लोग बाहर निकले। इस दौरान आरोपी बालू और उसके साथियों ने कुणाल और सुशील पर पीछे से घातक शस्त्रों से हमला कर दिया। हत्या के बाद दोनों को आस-पास  जमीन पर लिटा दिया और उन पर तार कंपाउंड वाले सीमेंट के खंभे से सिर पर वार किया, जब यकीन हो गया कि, दोनों की मौत हो गई है, आरोपी कार से बुटीबोरी-उमरेड के रास्ते से नागपुर के लिए निकले। 

पुलिस को गुमराह कर बच निकले  आरोपी
 बुटीबोरी पुलिस की नाकाबंदी में बालू और उसके साथियों को दबोच लिया गया। उनके कपड़ों पर खून की छींटे देखकर पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए सोमवार को तड़के करीब 4 बजे थाने में ले गई, लेकिन आरोपी पुलिस को मनगढ़ंत कहानी सुनाकर थाने से बच निकले। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनकी कार का कांच फूटने के कारण उनका हाथ जख्मी हो गया है, जबकि घातक शस्त्र से वार करते समय उनके हाथ जख्मी हुए थे और कपड़ों पर खून के दाग लगे थे।

बुटीबोरी पुलिस ने पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया। उधर सोमवार को कुही थाना क्षेत्र के डोंगरगांव में दोहरा हत्याकांड की घटना उजागर हुई। कुही थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया। ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस ने आरोपियों की खोजबीन करते हुए करीब 6 घंटे में आरोपी राहुल, निशांत और बालू दुधनकर को गिरफ्तार किया। बालू दुधनकर पर हत्या के तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह हुड़केश्वर क्षेत्र के कुख्यात अपराधी विजू उर्फ विजय मोहोड़ का बचपन का साथी है। बालू ने अनबन होने पर विजू मोहोड़ का साथ छोड़ा था।  

गिरोह का मुखिया जेल में है बंद 
पुलिस सूत्रों के अनुसार विजू मोहोड़ की हत्याकांड में ठवकर गैंग शामिल थी। इस गिरोह का मुखिया दिलीप ठवकर सहित करीब 16 आरोपी सेंट्रल जेल में बंद हैं। दो वर्ष से बालू पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं  था। बालू ने अपने दोस्त के जीजा का चंद्रपुर में मर्डर किया था। उसके बाद विजू मोहोड़ के साथ मिलकर हुड़केश्वर क्षेत्र में हत्याकांड को अंजाम दिया था। बालू पर हत्या के 3 प्रकरण दर्ज हैं। 

हत्या का कारण पानठेले पर विवाद 
सूत्रों के अनुसार रविवार की रात में बालू अपने दोस्त राहुल और निशांत के साथ दिघोरी नरसाला रोड पर जय पानठेले पर गया था। यहां कुणाल और सुशील ने नशे में बालू से अनाप-शनाप बातें की थी। उसे दादागीरी का नशा उतारने की बात कही थी। इससे चिढ़कर बालू ने रविवार को अपनी आई ट्वेंटी कार में अपहरण किया और हत्या की वारदात को अंजाम दिया। इससे पूर्व नशे में चूर कुणाल और सुशील बालू का पीछा करते हुए घर तक जा पहुंचे। बालू को लगा कि उसकी रेकी की जा रही है। बालू, निशांत और राहुल कार में घूमने निकले। इस दौरान उन्हें कुणाल और सुशील रास्ते में दोबारा मिल गए। उन्हें नशे में धुत देखकर आरोपियों ने कार से ले जाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद अधीक्षक राकेश ओला, अतिरिक्त अधीक्षक राहुल माकणीकर और  उप-अधीक्षक संजय पुरंदरे ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपनिरीक्षक  सचिन मते, नरेन्द्र गौरखेड़े,  जावेद शेख, हवलदार रमेश  भोयर, महेश जाधव, मदन आसतकर, गजेन्द्र चौधरी, ज्ञानेश्वर राऊत, पुलिस नायब सुरेश  गाते व अन्य ने कार्रवाई में सहयोग किया।
 

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