भोपाल: अटलजी को श्रद्धांजलि देने के लिए सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन
भोपाल: अटलजी को श्रद्धांजलि देने के लिए सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि वे मानवीय गुणों से भरे अद्भुत राजनेता थे। ओजस्वी वाणी और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वे सच्चे अर्थ में भारत के मुकुटमणि थे।
शिवराज सिंह चौहान ने अटल जी को याद करते हुये कई संस्मरण सुनाये। उन्होंने कहा कि अटल जी कभी विदा नहीं हो सकते। वे करोड़ों भारतवासियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे। उन्होंने अटल जी के व्यक्तित्व के अनूठे तत्वों का उल्लेख करते हुये कहा कि वे हमेशा छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते थे। वे स्नेह से भरे हुये थे। उन्होंने पूरी दुनिया में हिन्दी का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी अपने भाग्य पर आश्चर्य करेगी कि उन्होंने अटल जी को देखा था। अटल जी जैसा बनने का प्रयास करना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि अटल जी की उनके जीवन में बहुत बड़ी भूमिका रही है। वे क्षमाशील, उदार और विनोदी स्वभाव के थे। उनमें मिठास और सुगंध का अनूठा मेल था। उनसे भावनात्मक निकटता रही। उनका सबसे व्यापक संपर्क था। वे हिमालय के देवदार वृक्ष की तरह थे।
सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने अटल जी के पत्रकारिता से जुड़े कार्यकाल को याद किया।
पूर्व सांसद कैलाश सारंग ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी युग पुरुष थे। उन्होंने जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं कर एक आदर्श कायम किया था।
सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि अटल जी ने राजनीति की सीमा से हटकर लोगों के दिलों में स्थान बनाया। वे मध्यप्रदेश की माटी के लाल थे, इसका हमें गर्व है। वे व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचार थे।
भाजपा के महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अटल जी विराट व्यक्तित्व थे। वे हर व्यक्ति को अपने लगते थे। वे आनंद की प्रतिमूर्ति थे।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी का पूरा जीवन देश के लिये समर्पित रहा। राजनीति में प्रतिद्वंदिता होती है शत्रुता नहीं, ऐसा सिखाने वाले व्यक्तियों में से एक अटल जी थे।
विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि अटल जी प्रेम और सद्भाव का दल से ऊपर उठकर संदेश देते थे। वे महान व्यक्ति थे। जो उनसे मिलता, उसे अपना बना लेते थे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख विलासराव बोले ने कहा कि अटल जी ने राष्ट्र भाषा के नाम को विश्व में ऊंचा किया। उनका जाना एक साधक का प्रस्थान है।
समाजवादी नेता रघु ठाकुर ने कहा कि अटल जी को उनके जीवन के बाद भी लोग याद कर रहे हैं। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री काल में बिना किसी विरोध के तीन नये राज्य निर्माण किये थे। वे सबके मन को जीत लेते थे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शैलेन्द्र शैली ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी राजनीति में नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्षधर थे। वे पूरी मानवता के मूल्यों के प्रतिनिधि थे।
समाजवादी पार्टी के यश यादव ने कहा कि अटल जी ने पूरे विश्व में लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चलने का उदाहरण प्रस्तुत किया।
आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने कहा कि अटल जी मतभेद को सम्मान से स्वीकार करते थे। उन्होंने बताया कि संवेदना से कैसे सेवा की जाती है।
बहुजन समाज पार्टी के अनिल पाण्डेय ने कहा कि अटल जी दलगत राजनीति से हटकर शोषित और पीड़ितों के लिये काम करते थे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, संगठन महामंत्री सुहास भगत समेत अन्य दलों के नेता, सभी धर्मों के गुरु, जनप्रतिनिधि और नागरिकगण उपस्थित थे।