किसानों की ब्याज माफी पर कृषि मंत्री का यू-टर्न
किसानों की ब्याज माफी पर कृषि मंत्री का यू-टर्न
टीम डिजिटल, भोपाल. एमपी के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने अपने विवादित बयान से पल्ला झाड़ लिया है. शिवराज सरकार के किसानों की ब्याज माफी वाले निर्णय पर सवाल खड़े करने वाले कृषि मंत्री ने अब यू-टर्न ले लिया है. गौरतलब है कि एमपी में चल रहे उग्र किसान आंदोलन के बीच जहां एक और सीएम शिवराज उपवास पर बैठ गए हैं, वहीं दूसरी और उनके कैबिनेट मंत्री ही उनकी शांति की पहल पर रायता फैलाने में लगे हुए हैं. एमपी के कृषि मंत्री ने किसान आंदोलन के 10वें दिन एक विवादास्पद बयान देकर राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थी. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार ने किसानों से किसी तरह का ब्याज ही नहीं लिया तो क्या माफ करेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की ब्याज माफी का सवाल ही नहीं बनता क्योंकि उनसे किसी तरह का ब्याज वसूल ही नहीं किया जा रहा है.
गौरतलब है कि एमपी और महाराष्ट्र में 1 जून से किसान आंदोलन चल रहा है. मंदसौर में 6 किसानों की पुलिस फायरिंग में हुई मौत के बाद यह आंदोलन और उग्र हो गया. मंदसौर से शुरू हुए हिंसक आंदोलन की खबरें धीरे-धीरे पूरे एमपी में फैल गयी. पिछले 4 दिनों से राज्य के कई जिलों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना हुई है. पुलिस से भी झड़प की खबरें हैं. उधर महाराष्ट्र में भी किसानों ने फड़णवीस सरकार को दो दिनों में मांगें पूरी करने का अल्टीमेटम दे दिया है. मांगें पूरी नहीं होने पर किसानों ने सोमवार से आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
उधर आंदोलनकारी किसानों को शांत करने के मकसद से सीएम शिवराज सिंह चौहान आज शनिवार को दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए. सीएम शिवराज आज से भेल मैदान से ही सरकार चलाएंगे और किसानों की समस्याएं ना सिर्फ सुनेंगें बल्कि उनका समाधान भी निकालेंगे.सीएम शिवराज ने आंदोलनकारी किसानों से आंदोलन स्थगित करने की अपील की है.