महाराष्ट्र: कोरोना संकट में सरकारी खजाने को शराब से मिला सहारा

महाराष्ट्र: कोरोना संकट में सरकारी खजाने को शराब से मिला सहारा

Anita Peddulwar
Update: 2020-06-03 07:01 GMT
महाराष्ट्र: कोरोना संकट में सरकारी खजाने को शराब से मिला सहारा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना प्रकोप के कारण संकट में आए राज्य के सरकारी खजाने को शराब के शौकिनों ने थोड़ा सहारा दिया है। शराब बिक्री से राज्य के आबकारी विभाग को एक माह में 776 करोड़ 47 लाख रुपए मिले हैं।  मार्च महिने में लॉक़डाउन के बाद से महाराष्ट्र में शराब की दुकानें बंद थी। पर 3 मई से राज्य सरकार ने शऱाब की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी लेकिन शराब खऱीदने के लिए उमडी भीड़ के कार मुंबई सहित राज्य़ के कई शहरों में शराब की बिक्री बंद करनी पड़ी थी। बाद में सरकार ने कई जगहों पर ऑनलाइन शराब बेचने की अनुमति दी थी। इसके बाद 4 मई से 2 जून के दौरान शराब की बिक्री से आबकारी विभाग को 466 करोड़ 47 लाख रुपए राजस्व कर और 308 करोड़ रुपए सेल टैक्स के रुप में मिले हैं।  

आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 24 मार्च से 4 मई के दौरान राज्य में शराब की बिक्री बंद थी। अधिकारी ने बताया कि ऑनलाईन शराब की बिक्री का अनुमति से सरकार को राजस्व लाभ हुआ है।राज्य में बीते 15 मई से शराब की होम डिलीवरी सेवा की शुरुआत हुई थी और पहले दिन 5434 लोगों ने होम डिलीवरी के लिए आर्डर दिया था। इनमें से सर्वाधिक 4875 ग्राहक नागपुर व लातूर के थे। गौरतलब है कि आबकारी शुल्क से राज्य को प्रति दिन 41.66 करोड़ और महीने में 1250 करोड़ व साल भर में 15000 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है।
 

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