हज यात्रियों को दो दिन पहले हज हाउस आना अब अनिवार्य नहीं, ऑनलाइन करा सकते हैं रिपोर्टिंग

हज यात्रियों को दो दिन पहले हज हाउस आना अब अनिवार्य नहीं, ऑनलाइन करा सकते हैं रिपोर्टिंग

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-20 06:36 GMT
हज यात्रियों को दो दिन पहले हज हाउस आना अब अनिवार्य नहीं, ऑनलाइन करा सकते हैं रिपोर्टिंग
हाईलाइट
  • अब यात्री ऑनलाइन रिपोर्टिंग करा सकते हैं।
  • लेकिन हज यात्रियों को यात्रा से आठ घंटे पूर्व हज हाउस में पहुंचना जरूरी है।
  • हज यात्रा से दो दिन पहले यात्रियों को हज हाउस आना अनिवार्य नहीं है।

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हज यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। हज कमेटी ऑफ इंडिया के अनुसार रिपोर्टिंग के लिए हज यात्रा से दो दिन पहले यात्रियों को हज हाउस आना अनिवार्य नहीं है। अब यात्री ऑनलाइन रिपोर्टिंग करा सकते हैं। उड़ान से एक दिन पूर्व यात्रियों को हज हाउस में वीजा, पासपोर्ट और आवश्यक सामग्री का वितरण किया जाएगा। लेकिन हज यात्रियों को यात्रा से आठ घंटे पूर्व हज हाउस में पहुंचना जरूरी है।

सेंट्रल तंजीम कमेटी के सचिव हाजी मो. कलाम ने इस संदर्भ में बताया कि हज यात्रा से दो दिन पहले यात्रियों को हज हाउस में आकर रिपोर्टिंग करानी पड़ती थी। इससे नागपुर से बाहर रहने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। पैसे के साथ ही समय भी बर्बाद होता था। इसके मद्देनजर हज कमेटी ऑफ इंडिया ने फैसला किया है कि अब हज यात्री ऑनलाइन रिपोर्टिंग भी करा सकते हैं। इससे समय और पैसे की बचत होगी। उन्होंने कहा कि यात्रा से आठ घंटे पूर्व हज यात्री हज हाउस पहुंच जाएं ताकि अन्य जांच पड़ताल के अलावा उनका सामान लोड किया जा सके।  उन्होंने बताया कि एहराम बांधने की व्यवस्था हज हाउस में की जाएगी। छठ घंटे पूर्व हज यात्री हज हाउस से बस से विमानतल के लिए रवाना होंगे।

पति-पत्नी, भाई-बहन की फ्लाइट अलग-अलग
हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा हज की समयसारिणी जारी कर दी है। अपनी हज यात्रा की तारीख और फ्लाइट क्रमांक जानने के लिए  मोमिनपुरा के मोहम्मद अली सराय स्थित हज सूचना केंद्र में यात्रियों और उनके परिजनों की भीड़ उमड़ी। कुछ लोगों ने शिकायत की कि उनके परिजनों को अलग-अलग फ्लाइट में सीट का आवंटन किया गया है। किसी की पत्नी की फ्लाइट अलग है तो किसी के पिता और भाई-बहन का। ऐसे हज यात्रियों ने परिजनों के साथ एक ही फ्लाइट में सीट का आवंटन करने की मांग की। हज यात्रियों और उनके फ्लाइट की जारी लिस्ट के अनुसार कई परिवारों के नाम अलग-अलग होने से एक ही परिवार के लोगों को अलग-अलग सफर करने की नौबत आ रही है। समय काफी कम रह गया है अब यह तकनीकी समस्या दूर होगी की नहीं इसे लेकर भ्रम हो रहा है।

 

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