मेलघाट में कुपोषण को जड़ से मिटाने जनजागृति महत्वपूर्ण : स्वास्थ्य मंत्री सावंत
मेलघाट में कुपोषण को जड़ से मिटाने जनजागृति महत्वपूर्ण : स्वास्थ्य मंत्री सावंत
डिजिटल डेस्क, धारणी (अमरावती)। मेलघाट क्षेत्र में कुपोषण की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए जनजागृति ही महत्वपूर्ण उपाय है। चिकित्सकीय टीम को आदिवासी इलाके में जाकर जनजागरण के निर्देश राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने तहसील के सभी स्वास्थ्य अधिकारी और पदाधिकारियों दिए। वे धारणी तहसील अंतर्गत बिजूधावड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुलाई गई विशेष बैठक में संबोधित कर रहे थे। बैठक में सांसद आनंद अडसुल, जिप सीईओ मनीषा खत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुरेश आसोले, जिला शल्य चिकित्सक श्यामसुंदर निकम, स्वास्थ्य संचालक डा. अर्चना पाटील, स्वास्थ्य सभापति बलवंत वानखडे आदि मौजूद थे।
आदिवासी महिलाओं को धुआं मुक्त करना जरूरी
स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने संबंधित वैद्यकीय अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए आगे कहा कि आदिवासी इलाकों में चूल्हे का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। चूल्हे से निकलनेवाला धुआं कार्बनडायऑक्साइड का काम करता है। यह धुआं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इस धुएं का असर गर्भवती माताओं पर भी होने की आशंका रहती है। जिससे गर्भवती माताओं के पेट में पलनेवाले बच्चे की ग्रोथ पर विपरीत परिणाम होता है। इसलिए इस पर विशेष उपाय योजना करने के लिए आदिवासी नागरिकों को धुआं मुक्त करने के लिए सरकार की ओर से चलाई जानेवाली उज्ज्वला गैस योजना के बारे में भी जानकारी देकर जनजागृति करनी चाहिए। इसके अलावा मोटरबाइक एम्बुलेंस की सेवा सुविधाएं आदिवासी जनता तक पहुंचाने के लिए विशेष उपाययोजनाएं और दिशा निर्देश संबंधितों को देने चाहिए। स्थानीय सरपंचों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सहयोग देने के भी निर्देश दिए गए।
आंगनवाड़ी सेविकाओं का मानधन बढ़ाने पर चर्चा
बैठक में आंगनवाड़ी सेविकाओं को दिए जानेवाले मानधन में बढोत्तरी पर भी चर्चा की गई। स्वास्थ्य सभापति बलवंत वानखडे ने इस समय स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत के समक्ष जिला सामान्य अस्पताल इर्विन में आईसीयू और मेलघाट के भरारी चिकित्सकों को वेतन बढ़ाकर देने की मांग की। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने आशा आंगनवाड़ी और एएनएम सदस्यों को कड़े निर्देश दिए है कि तहसील की सभी गर्भवती महिलाओं की 8-15 दिन बाद जांच पड़ताल की जाए। मेलघाट में स्वास्थ्य सेवा मुहैया करानेवाले वाहनों के टायर नए सीरे से उपलब्ध कराए गए। ताकि यह वाहन आदिवासी ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर अपनी सेवाएं निश्चित रूप से दे पाए।