उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार, जिला अस्पताल के ओपीडी में दिखने लगी भीड़

उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार, जिला अस्पताल के ओपीडी में दिखने लगी भीड़

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-06 07:52 GMT
उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार, जिला अस्पताल के ओपीडी में दिखने लगी भीड़

डिजिटल डेस्क सीधी। मौसम बदलने और गर्मी का असर तेज होने से जिला अस्पताल में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रतिदिन पहुंचने वाले मरीजों में इस समय ज्यादातर मरीज उल्टी, दस्त के साथ बुखार से पीडि़त होते हैं। वहीं सर्दी, खांसी, बेचैनी, घबराहट की भी शिकायत मरीजों में होती है। गर्मी को लेकर चिकित्सकों द्वारा बचाव संबंधी सुझाव भी पीडि़तों को दे रहे हैं।
गर्मी  बढऩे से बीमारियों का असर शुरू हो गया है। जिला अस्पताल के आउटडोर में मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। पहुंच रहे मरीजों में उल्टी, दस्त, बुखार पीडि़त ज्यादा होते हैं। फूड प्वाइजनिंग गंदा खाने या गंदा पानी के सेवन से इसकी शिकायत लोगों में गर्मी के चलते होने लगी। जिससे बुखार, उल्टी, दस्त, चक्कर आना और शरीर में दर्द, कमजोरी होने लगती है। बदलता मौसम नौनिहालों की सेहत पर भी असर डालने लगा है। जरा सी चूक से बच्चे बीमारी के चपेट में आने लगे हैं। डायरिया, निमोनिया, वायरल बुखार से बच्चे पीडि़त हो रहे हैं। जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज बच्चों की भी संख्या कम नहीं है। बताया गया है कि अस्पताल में बच्चों से जुड़ी बीमारियों के लिए कुछ दवाओं का टोटा है। खांसी, उल्टी, निमोनिया, डायरिया से छोटे बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। जिला अस्पताल सहित नर्सिंग होम व क्लीनिकों पर बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। हालात यह हैं कि जिला अस्पताल की ओपीडी खुलने से पहले ही बच्चों के परिजन उन्हें लेकर डाक्टर का इंतजार करते नजर आते हैं। इस पखवाड़े में अस्पताल में डायरिया व निमोनिया से पीडि़त बच्चों की संख्या बढ़ी है।
डायरिया व निमोनिया की चपेट में बच्चे
जिला अस्पताल की ओपीडी के रिकार्ड की मानें तो अस्पताल पहुंचने वाले मासूम बच्चे डायरिया व निमोनिया की चपेट में होते हैं। उल्टी, दस्त, बुखार के साथ सर्दी, खांसी से भी पीडि़त होते हैं। इस समय मौसम परिवर्तन का असर बच्चों पर देखा जा रहा है। दिन में गर्मी एवं रात, सुबह पहर को ठंडक बीमारी का कारण बन रहा है। बाल रोग चिकित्सकों का कहना है कि इस समय 20 फ ीसदी से अधिक बच्चे डायरिया व निमोनिया के आ रहे हैं। अस्पताल व निजी नर्सिंग होम में हर रोज डेढ़ सैकड़ा से अधिक बच्चों के उपचार लेने आने का औसत है।
इनका कहना है-
बच्चों में इन दिनों तीन प्रकार की बीमारी की शिकायत मिल रही है पहला है वायरल फीवर व डायरिया इसके साथ ही निमोनिया भी बच्चों में फैलने लगा है। डायरिया से पहले बच्चे को दस्त और उल्टी होने लगते हैं। इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। प्राथमिक स्तर पर ओआरएस का घोल बच्चे को देना चाहिए। इससे पानी की कमी पूरी होती है।
डा.आरएम त्रिपाठी, शिशु रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल सीधी।  

 

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