होम फॉर स्टडी : स्कूलों ने शुरू की ऑनलाइन क्लासेस

होम फॉर स्टडी : स्कूलों ने शुरू की ऑनलाइन क्लासेस

Anita Peddulwar
Update: 2020-04-01 11:32 GMT
होम फॉर स्टडी : स्कूलों ने शुरू की ऑनलाइन क्लासेस

डिजिटल डेस्क,नागपुर। कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के कारण सभी अपने-अपने घरों मे रह रहे हैं। घर में रहकर बड़े तो क्या बच्चे भी उब गए हैं। लॉकडाउन के बीच बच्चों की पढ़ाई और स्कूलों प्रभावित हुए हैं। स्कूलों ने बच्चों को बिना परीक्षा लिए ही,अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया है। वहीं शहर के कुछ स्कूलों ने बच्चों की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू की है। कई स्कूलों ने एप पर्चेस किए हैं। जिससे वे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई भी नियमित शुरू हो गई है। बच्चों को मोबाइल या लैपटॉप में क्लास से परेशानी होती थी,इसलिए टीचर्स को स्कूल की तरफ से बोर्ड भी प्रोवाइड किए गए हैं। ऑनलाइन क्लासेस में उनकी पूरी क्लासेस होती है,उन्हें लंच ब्रेक दिया जाता है। लेकिन क्लास का टाइम कम है। पूरे दिन में चार या पांच क्लास ही होती है।

बच्चें ले रहे इंट्रस्
 कोरोना के कारण बनी स्थिति और स्कूलों द्वारा किए गए बदलाव से बच्चे उत्साहित हैं ।बच्चे इंट्रस से पढ़ाई कर रहे हैं। एक स्कूल की एकेडमिक डीन वर्षा जोशी ने बताया कि बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस की जा चुकी है। स्कूल ने एक एप पर्चेस किया है,जिसकी आईडी बच्चों को दी गई है। भले ही बच्चों को नेक्स्ट क्लास में प्रमोट किया गया है,पर ऑनलाइन क्लासेस के थ्रू उनका रिवीजन लिया जा रहा है। हर सब्जेक्ट के लिए अलग-अलग टीचर है। जो अपना-अपना सब्जेक्ट पढ़ाती है। इस एप के जरिए एक टाइम में 800 बच्चों को पढ़ाया जा सकता है। बच्चों को ऑनलाइन क्लास में बहुत इंट्रस्ट आ रहा है

सेन्ट्रल ऑफिस से तैयार किया शेड्यूल
एक स्कूल की प्राचार्या डॉ सुलक्षणा ने कहा कि सेन्ट्रल ऑफिस से ऑनलाइन क्लासेस का शेड्यूल तैयार किया गया है। भारत देश में स्कूल की जितनी भी शाखाएं है,वहां हर सब्जेक्ट का हर दिन के लिए टॉपिक तैयार किया गया है। उसी के अनुसार क्लास ली जाती है। बस समय अलग हो सकता है। स्टूडेन्ट्स  की सुविधा के लिए टीचर्स को बोर्ड भी प्रोवाइड कराए गए है। स्टूडेन्ट्स ऑनलाइन अपने सवाल पूछते हैं और टीचर्स उनके सवालों का जवाब देती है। लॉकडाउन में स्टूडेन्ट्स के लिए ऑनलाइन का उपाया निकाला गया है। 4 अप्रैल तक शेड्यूल फिक्स था,जिसमें पुराने कोर्स के अनुसार ही उन्हें पढ़ाया जा रहा है।

 

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