ममता के सलाहकार पर होगा एक्शन ! अलपन पर लगाई गई आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 51, तीन दिन में मांगा जवाब

ममता के सलाहकार पर होगा एक्शन ! अलपन पर लगाई गई आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 51, तीन दिन में मांगा जवाब

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-01 11:01 GMT
ममता के सलाहकार पर होगा एक्शन ! अलपन पर लगाई गई आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 51, तीन दिन में मांगा जवाब

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। ममता-मोदी विवाद के बीच केन्द्र ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नए मुख्य सलाहकार अलपन बंधोपध्याय पर एक्शन करने का प्लान बना लिया है। अलपन के रिटायर होने के महज कुछ घंटे बाद ही उन पर आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 के तहत केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके तहत अलपन को 2 साल तक की सजा या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। सोमवार को ये नोटिस केन्द्र सरकार ने तब जारी किया जब अलपन ने सरकार के आदेश का पालन करने से मना कर दिया। 

बता दें कि केंद्र सरकार के आदेश का पालन से करने से मना करना आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51-बी का उल्लंघन होता है। केन्द्रीय मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बंदोपाध्याय से तीन दिन के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। पश्चिम बंगाल काडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी बंदोपाध्याय 60 वर्ष के होने पर सोमवार को रिटायर होने वाले थे, लेकिन केंद्र ने मौजूदा कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में उनके काम को देखते हुए उन्हें पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के रूप में उन्हें तीन महीने का कार्य विस्तार दिया था।

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखा ता पत्र
इससे पहले दिन में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाने के आदेश को वापस लेने का अनुरोध किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी सरकार बंद्योपाध्याय को रिलीज नहीं कर रही है। पांच पन्नों के पत्र में, बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुख्य सचिव को वापस बुलाने के केंद्र के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। बनर्जी ने कहा कि वह केंद्र के फैसले से हैरान हैं और आदेश को "एकतरफा" करार दिया, जो राज्य सरकार के साथ "बिना किसी पूर्व परामर्श के" जारी किया गया था। ममता बनर्जी ने कहा, केंद्र का यह आदेश राज्य और उसके लोगों के हितों के खिलाफ है।

ममता के मीटिंग में शामिल नहीं होने के बाद शुरू हुआ विवाद
केंद्र ने बंगाल के चीफ सेक्रेटरी अलपन बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाने का आदेश शुक्रवार को पीएम मोदी की बंगाल में च्रकवात को लेकर समीक्षा बैठक के बाद उठाया था। दरअसल, यास साइक्लोन से प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे करने पश्चिम बंगाल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिव्यू मीटिंग में हिस्सा लिया था। लेकिन इस मीटिंग में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई। ममता बनर्जी चक्रवात प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के लिए निकल गईं। इस दौरान मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय भी मौजूद थे। 

1987 बैच के आईएएस अफसर हैं बंदोपाध्याय
अलपन बंदोपाध्याय 1987 बैच के आईएएस अफसर हैं। वो हावड़ा समेत कई जिलों के डीएम भी रह चुके हैं। उन्हें पिछले साल सितंबर में राजीव सिन्हा के रिटायर्ड होने के बाद पश्चिम बंगाल का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। उन्हें ममता बनर्जी का करीबी अफसर माना जाता है।


 

 

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