सतना में शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, 80 लाख की सम्पत्ति खाक

सतना में शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, 80 लाख की सम्पत्ति खाक

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-17 04:05 GMT
सतना में शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, 80 लाख की सम्पत्ति खाक

डिजिटल डेस्क, सतना। सतना के सिविल लाइन थाने के हॉटी गांव में सोमवार को अपरान्ह 4 बजे एक दो मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में शॉर्ट-सर्किट होने से एक चिंगारी भड़की और देखते ही देखते समूची बिल्डिंग को अपने आगोश में ले लिया। अपरान्ह 4 बजे के करीब हुए इस हादसे में लगभग 80 लाख रूपए की सम्पत्ति खाक हो जाने की जानकारी दी गई है। मकान मालिक कैलाश अग्रवाल का परिवार उक्त बिल्डिंग के ऊपरी हिस्से में रहता था, जबकि नीचे परच्यून, हार्डवेयर और जनरल स्टोर की दुकान संचालित की जा रही थी। 

जानकारी के अनुसार, लगभग डेढ़ घंटे बिलम्ब से पहुंचे दमकलों द्वारा 12 टेंकर पानी डाला जा चुका है, लेकिन मकान के भीतर से रह-रहकर आग की लपटें निकल रही हैं। लोगों को डर इस बात का है कि कहीं घर के भीतर रखे एलपीजी गैस के सिलेंडर ब्लास्ट न हो जाएं। आगजनी की सूचना पर रघुराजनगर तहसीलदार बीके मिश्रा भी घटना स्थल पर पहुंचे और स्थितियों का जायजा लिया। 


धू-धू कर जला किराना और पेंट

कैलाश अग्रवाल के जिस भवन में आग लगी है उसके निचले हिस्से में परच्यून और हार्डवेयर की दुकान संचालित की जा रही थी। किराने की दुकान में जहां काफी तादाद में तेल, डालडा तथा अन्य किराने से सम्बंधित वस्तुएं रखी हुई थीं वही हार्डवेयर की दुकान में सैकड़ों डिब्बे पेंट के रखे हुए थे। आग जैसे ही इस हिस्से में पहुंची तेजी के साथ खाद्य तेल और पेंट जलने लगे, जिससे भयावह स्थिति निर्मित हो गई। और तो और दमकलों को भी करीब से जाकर आग बुझाने में दिक्कत हो रही थी। गनीमत यह रही कि उक्त मकान से गांव के अन्य घर जुड़े नहीं हैं।

 

12 किलोमीटर का सफर डेढ़ घंटे में

हॉटी गांव के दो मंजिला मकान में 4 बजे के करीब आग भडक़ी और तत्काल सतना स्थित दमकल कार्यालय के साथ सिविल लाइन पुलिस को सूचना दे दी गई। आग जैसी घटना की जानकारी मिल जाने के बाद भी साढ़े 5 बजे के करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित हॉटी गांव तक दमकल पहुंच सका। रात साढ़े 8 बजे के करीब 3 दमकल गाडिय़ां वापस आ गईं, जबकि एक इस वक्त तक आग बुझाने में जुटी हुई है। 


5 सिलेंडर सलामत मिले


उक्त मकान के स्टोर रूम में रखे 5 एलपीजी सिलेंडरों को सलामत बाहर निकाल लिया गया है। गैस से भरे यह सिलेंडर यदि आग की चपेट में आते तो विस्फोट हो जाने का खतरा हो सकता था। ऐसी स्थिति में गांव के अन्य घरों में भी आग पहुंच सकती थी। किन्तु यह गनीमत रही कि जहां सिलेंडर रखे थे वहां तक आग पहुंचती, इसके पहले काबू में आ गई।

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