मध्य प्रदेश में 17 सितम्बर को राहुल गाँधी करेंगे चुनाव अभियान का आगाज

मध्य प्रदेश में 17 सितम्बर को राहुल गाँधी करेंगे चुनाव अभियान का आगाज

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-28 13:35 GMT
मध्य प्रदेश में 17 सितम्बर को राहुल गाँधी करेंगे चुनाव अभियान का आगाज

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में लगभग 2 महीनों का वक्त बचा है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस घोषणा नहीं बल्कि वचन पत्र जारी करेगी। पेट्रोल डीजल के दाम कम करने का दावा भी कांग्रेस ने किया। कमलनाथ ने बताया कि चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी 17 सितंबर को मध्य प्रदेश आ रहे हैं, जिसमे वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। सितंबर के आखिर में राहुल गांधी मप्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की भी शुरुआत करेंगे। राहुल से मप्र में किस स्थान से चुनाव अभियान की शुरुआत कराई जाए यह अभी तय नहीं हुआ है। कांग्रेस जल्दी ही स्थान का नाम तय करेगी।

मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर हुए कांग्रेस को डेढ़ दशक का समय हो चुका है। सत्ता में वापसी के लिए अब वह जी तोड़ कोशिश कर रही है। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ऐलान किया है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो प्रेट्रोल और डीजल के दाम कम किए जाएंगे। पेट्रोल पर 5 रुपए तो वहीं डीजल पर 3 रुपए वैट कम किया जाएगा। इसके अलावा बिजली के दाम कम करने, किसानों का कर्जा माफ करने का भी दावा कांग्रेस करती हुई नजर आ रही है। इतना ही नहीं शिवराज सरकार में हुए ई टेंडरिंग घोटाले और सभी स्तर पर हुए भ्रष्टाचार की जांच करवाने की भी बात कांग्रेस कर रही है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने इस बार अपने घोषणा पत्र को वचन पत्र का नाम दिया है।

BJP को टक्कर देने के लिए कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी (BSP), समाजवादी पार्टी (SP) और गोंडवाना पार्टी के साथ गठबंधन भी करने जा रही है। इसे लेकर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अन्य दलों से चर्चा कर रहा है। कमलनाथ ने कहा कि गठबंधन के बाद 10-12 सितंबर तक 80 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कांग्रेस कर देगी। सभी जातियों को ध्यान में रखकर सीटों का बटवारा होगा। कमलनाथ ने कहा कि जीतने वाले उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा।

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जनआशीर्वाद यात्रा और बिजली बिल माफी को लेकर भी निशाना साधा है। कमलनाथ का कहना है कि शिवराज सिंह का काम अगर अच्छा होता तो उन्हें जनता के पास आशीर्वद लेने के लिए नहीं जाना पड़ता। जनता खुद आशीर्वाद देने उनके पास आती। कमलनाथ ने शासकीय राशि के दुरुपयोग का आरोप सीएम शिवराज सिंह चौहान पर लगाया। वहीं बिजली बिल माफी को लेकर कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार को चुनाव के 4 महीनों पहले ही बिजली बिल माफी का ख्याल आया है। अगर वह वाकई में जनता के हितैशी होते तो पिछले पांच सालों का भी बिजली बिल माफ कर देते। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में राज्य की 230 विधानसभा सीटों में भाजपा ने 165, कांग्रेस ने 58 सीटें जीती थीं... ऐसे में ये देखना होगा कि कांग्रेस की इन घोषणाओं का कितना असर चुनाव परिणामों पर देखने को मिलता है।

 

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