जबलपुर में महाकाली विसर्जन के दौरान उपद्रव, गुस्साई भीड़ ने फूंकी दर्जनों गाड़ियां
जबलपुर में महाकाली विसर्जन के दौरान उपद्रव, गुस्साई भीड़ ने फूंकी दर्जनों गाड़ियां
- एसपी
- कलेक्टर नें मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा
- गुस्साई भीड़ ने फूंकी दर्जनों गाड़ियां
- मन्नत महाकाली विसर्जन के दौरान उपद्रव
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। नर्मदा नदी में मन्नत महाकाली का विसर्जन रोके जाने से ग्वारीघाट में मंगलवार की सुबह उपद्रव हो गया। कई वाहनों में आग लगा दी गई, पुलिस के वाहन पलटा दिए गए। इससे पूरे क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुला ली गई। मौके पर कलेक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारी पहुंच गए। पुलिस और भक्तों के बीच जमकर मारपीट, बलवा उत्पन्न हो गया। उपद्रवियों ने पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी। वहीं पुलिस ने भी जमकर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले फोड़े, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। घटना की जानकारी लगते ही भारी पुलिस बल ग्वारीघाट क्षेत्र में तैनात कर दिया गया । घटना के कुछ समय बाद ही पुलिस ने स्थिति नियंत्रित कर ली। इसके साथ ही पुलिस व प्रशासन ने मन्नत महाकाली का विसर्जन किया।
कलेक्टर-एसपी मौके पर पहुंचे, ग्वारीघाट मेें विसर्जन की अनुमति
बताया जाता है कि घटना की नजाकत को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज, एसपी अमित सिंह सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मां काली के विसर्जन की ग्वारीघाट में करने की अनुमति दी। वहीं क्षेत्र में भारी पुलिस तैनात है। पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है।
इनका कहना है-
जुलूस में शामिल 10000 लोग शराब के नशे में चूर थे। उन्हीं के द्वारा उपद्रव किया गया है। अब स्थिति नियंत्रण में है। महाकाली का विर्सजन पुलिस द्वारा किया गया है। -अमित सिंह, एसपी, जबलपुर
जानकारी के मुताबिक इस घटना से उत्तेजित भक्तों द्वारा पुलिस के आधा दर्जन से अधिक वाहनों में आग लगा दी गई है, जिससे क्षेत्र में भगदड़ व अफरातफरी मच गई। क्षेत्र की दुकानें बंद हो गई। भारी संख्या में पुलिस ग्वारीघाट क्षेत्र में पहुंच गई, जिससे कफ्र्यू जैसे हालात उत्पन्न हो गये थे।
बताया जाता है कि समिति के सदस्यों और पुुलिस के बीच इस मुद्दे पर बातचीत ही चल रही थी कि जिस वाहन में काली थी, उस वाहन के चालक ने अचानक गाड़ी आगे बढ़ा दी, जो आगे खड़ी जेसीबी मशीन से टकरा गई, जिससे भक्त उत्तेजित हो गये और पुुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते सैकड़ों भक्त पुलिस के खिलाफ हो गये और पथराव शुरू कर दिया।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मन्नत वाली महाकाली विसर्जन के लिए ग्वारीघाट ले जाई जा रही थीं, आज सुबह जब झंडा चौक के समीप जुलूस पहुंचा, तो पुलिस ने वाहन को रोक लिया और माता काली को ग्वारीघाट की बजाय विसर्जन कुंड में ले जाने के लिए कहा जाने लगा। इस पर जुलूस में चल रहे भक्त नाराज हो गये और जमकर नारेबाजी करने लगे।
जानकारी के अनुसार माता महाकाली विसर्जन के लिए ग्वारीघाट जा रहीं थीं, तभी झंडा चौक के पास पुलिस ने वाहन को रोक लिया। पुलिस का कहना था कि ग्वारीघाट की बजाए कुंड में विसर्जन किया जाए। इस पर माता महाकाली को विसर्जन के लिए ले जा रहे समिति वाले बिफर गए। सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया जाने लगा। पुलिस ने समझाइश के प्रयास किए लेकिन बात बहस में बदलने लगी। बताया जाता है कि इसी दौरान चालक ने वाहन आगे बढ़ा दिया, जो सामने खड़ी जेसीबी से टकरा गया। इसके बाद मौके पर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई और युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस पर पत्थर बरसने लगे। मौके पर उपद्रव के हालात निर्मित हो गए। पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़े और स्थिति नियंत्रित करने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान बेकाबू भीड़ ने पुलिस के वाहन पलटा दिए। कई वाहनों में आग लगा दी गई। बसों में भी तोडफ़ोड़ कर दी गई। बताया जाता है कि लगभग आधा घंटे तक उपद्रव होता रहा। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंचने के बाद स्थिति काबू में आई। वहीं भक्त इस बात पर अड़ गये हैं कि माता काली का विसर्जन नर्मदा में ही किया जायेगा, वहीं पुलिस-प्रशासन ऐसा नहीं करने अड़ा है, जिससे टकराव की स्थिति निर्मित हुई।