Medical Board में देरी से आए और समय से पहले चले गए डॉक्टर, दिव्यांग हुए परेशान

Medical Board में देरी से आए और समय से पहले चले गए डॉक्टर, दिव्यांग हुए परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-22 18:17 GMT
Medical Board में देरी से आए और समय से पहले चले गए डॉक्टर, दिव्यांग हुए परेशान

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शनिवार को जिला चिकित्सालय में दिव्यांगों के लिए बैठने वाले Medical Board के डॉक्टरों की लापरवाही से शहर और आसपास के दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं कुछ दिव्यांगजनों को मायूस होकर लौटना पड़ा।

जिला चिकित्सालय में हर शनिवार बैठने वाले Medical Board में जिलेभर से दिव्यांगजन आते हैं। बोर्ड में डॉक्टरों को दोपहर 1 बजे तक बैठना होता हैं। लेकिन शनिवार को पहले तो डॉक्टर आधे घंटे देरी से पहुंचे और फिर समय से पहले चले गए। इस दौरान तमिया और हर्रई से आए दिव्यांगजनों के साथ ही शहर एवं आसपास के दिव्यांगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। नगर के दिव्यांग ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उन्होंने फार्म भी भरकर जमा कर दिया था, लेकिन डॉक्टर 12.40 पर  ही चले गए। और उन्हें अगले शनिवार आने को कहा गया। 

35 के बने दिव्यांग प्रमाण पत्र 
Medical Board में शनिवार को डॉक्टरों ने  35 दिव्यांगों को प्रमाण पत्र एवं 5 दिव्यांगों को Railway concession प्रदान किया गया। Medical Board में सिविल सर्जन डॉ. जेएस गोगिया, RMO डॉ. सुशील दुबे एवं मेडीकल ऑफीसर डॉ. अजय मोहन वर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे।

TRICYCLE की कमी से छूटी पढ़ाई 
गांव जटलापुर निवासी सुक्कु वर्मा की पुत्री शैलकुमारी 75 फीसदी विकलांग है। जिसे Medical Board ने प्रमाण पत्र प्रदान किया हैं। शैलकुमारी ने कक्षा 9 तक पढ़ाई की है। लेकिन गांव से 2 किमी दूर नेर तक जाने के लिए, उसके पास ट्रायसिकल न होने से पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने एवं आने-जाने का साधन न होने से शैलकुमारी आगे की पढाई नहीं कर पाई। शैलकुमारी ने बताया कि वह आगे पढ़ना चाहती है। उसे शनिवार को Medical Board ने पुरानी TRICYCLE वापस करने की बात कहकर बैरंग लौटा दिया।

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