पहले चरण में औरंगाबाद, बीड़, अमरावती और गड़चिरोली के मंदिर का होगा जीर्णोद्धार  

महाराष्ट्र पहले चरण में औरंगाबाद, बीड़, अमरावती और गड़चिरोली के मंदिर का होगा जीर्णोद्धार  

Anita Peddulwar
Update: 2022-04-18 15:31 GMT
पहले चरण में औरंगाबाद, बीड़, अमरावती और गड़चिरोली के मंदिर का होगा जीर्णोद्धार  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार ने प्राचीन मंदिरों के जतन और संरक्षण का फैसला किया है। इसके तहत पहले चरण में आठ मंदिरों के जीर्णोद्धार और उसके परिसर का विकास होगा। पहले चरण में औरंगाबाद के खंडोबा, बीड़ के भगवान पुरुषोत्तम, अमरावती के आनंदेश्वर, गड़चिरोली के शिव मंदिर, रत्नागिरी के धूतपापेश्वर, कोल्हापुर के कोपेश्वर, पुणे के एकवीरा देवी, नाशिक के गोंदेश्वर मंदिर का जीर्णोद्धार होगा। सोमवार को मुख्यमंत्री ने राज्य के सांस्कृतिक कार्य विभाग के विभिन्न कामों की समीक्षा बैठक की। जिसमें प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार, नई गुफाएं खोदने, किलो के संरक्षण समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।

‌बैठक में प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य के सांस्कृतिक कार्य विभाग के मंत्री अमित देशमुख और सांस्कृतिक कार्य राज्य मंत्री राजेंद्र पाटील-यड्रावकर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर का विकास करते समय श्रद्धालुओं की सुविधा, वाहन पार्किंग, स्वच्छता गृह, आवाजाही के मार्ग का भी विचार किया जाए। श्रद्धालुओं की असुविधा को टालने के लिए दुकानों का लेआउट एक जैसा बनाया जाए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि मंदिरों की विकास योजना को प्रशासनिक मंजूरी देने की प्रक्रिया इसी सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरों, किलो और संरक्षित स्मारकों के जतन और संरक्षण कार्य को उसके मूल रूप, स्थान, वैभव और इतिहास को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए। यह काम वैज्ञानिक पद्धति और समयबद्ध तरीके से किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एकवीरा देवी के मंदिर में जाने के लिए रोप वे सुविधा की सुरक्षा का अध्ययन किया जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजगढ़, तोरणा, शिवनेरी, सुधागढ़, विजयदुर्ग और सिंधुदुर्ग इन छह किलो के जतन और संरक्षण के कार्य की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आधुनिक महाराष्ट्र की गुफाएं निर्माण करने के लिए अध्ययन किया जाए। 
 

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