देश विचारधारा के संकट से जूझ रहा है : नितिन गडकरी
देश विचारधारा के संकट से जूझ रहा है : नितिन गडकरी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि देश विचारधारा के संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि देश एक ऐसी स्थिति का सामना कर रहा है जहां पर कोई विचारधारा नहीं है। गडकरी ने कहा कि देश में कोई वैचारिक टकराव की स्थिति नहीं है। संकट यह है कि कोई विचारधारा नहीं है। उन्होंने सत्ता के लिए पार्टी बदलने वाले नेताओं पर भी निशाना साधा। गडकरी ने कहा कि कुछ अवसरवादी लोग होते हैं। जो पार्टी सत्ता में आती है, उसमें शामिल हो जाते हैं। फिर सत्ता से बाहर होने पर वह पार्टी छोड़ देते हैं।
सोमवार को गडकरी ने भायंदर के रामभाऊ म्हालगी संस्थान में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। गडकरी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले लोग सिद्धांत का शायद ही पालन करते हैं।
उन्होंने कहा कि लोग धर्मनिरपेक्षता दिखाने के लिए छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले और बाबासाहब आंबेडकर का नाम लेते हैं, लेकिन जब चुनाव आता है तो वे लोग हमेशा अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांगते हैं। लेकिन एक अच्छे पार्टी के कार्यकर्ता के लिए टिकट नहीं मांगते। गडकरी ने कहा कि जो लोग धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं वे हर समय सांप्रदायिक राजनीति में फंस जाते हैं।