जेनरिक दवा उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरा स्थान : फग्गन सिंह कुलस्ते

जेनरिक दवा उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरा स्थान : फग्गन सिंह कुलस्ते

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-22 03:00 GMT
जेनरिक दवा उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरा स्थान : फग्गन सिंह कुलस्ते

डिजिटल डेस्क,भोपाल। फार्मास्यूटिकल बाजार में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है। वैश्विक स्तर पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए साल 2020 तक प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की दर से वृद्धि करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह बात केंद्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भोपाल में औषधि नियामक पर देश की पहली अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए कही। Seminar Best Practices in Drug Regulation को संबोधित करते हुए कुलस्ते ने बताया कि भारत न केवल विश्व में जेनरिक दवा का सबसे बड़ा उत्पादक देश है बल्कि 150 देशों को वैक्सीन की भी आपूर्ति करता है।

स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने कहा अवमानक स्तर और नकली दवाई बनाने वालों पर निर्धारित समयावधि में दंडित किए जाने का प्रावधान होना चाहिए। रूस्तम सिंह ने कहा प्रदेश में प्रतिवर्ष 300 करोड़ रुपए की दवाइयां खरीदी जाती हैं। अपर सचिव केंद्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय डॉ. आर. के. वत्स ने बताया कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना में अच्छी गुणवत्ता की दवाइयां कम मूल्य पर उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उपकरणों के दाम 50 से 75 प्रतिशत तक कम हो गए हैं। उचित मूल्य पर महंगी दवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा महाविद्यालयों में अमृत स्टोर खोले जा रहे हैं। ऐसे 84 स्टोर खुल चुके हैं, 100 और खोले जाने हैं। उन्होंने कहा एचआईवी, टीबी, मलेरिया की 60 प्रतिशत दवाइयां भारत से निर्यात होती हैं। नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अर्थारिटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार आमजन को दवाइयां किफायती दामों पर उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।
 

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