चोरबाहुली के जंगल में घूम रहा घायल बाघ

चोरबाहुली के जंगल में घूम रहा घायल बाघ

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-13 07:54 GMT
चोरबाहुली के जंगल में घूम रहा घायल बाघ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 7 में रास्ता पार करते समय तेज गति से जा रहे किसी वाहन ने बाघ को जोरदार टक्कर मार कर घायल कर दिया था। बाद में वनविभाग की टीम ने उसकी तलाश जोरशोर से की, लेकिन वह नजर नहीं आया। जिसके कारण वनकर्मी परेशान थे। 9 फरवरी को वही बाघ चोरबाहुली जंगल घूमने आया। नागपुर के पर्यटक शादाब खान को वह दिखाई दिया, जिसे उन्होंने अपने कैमरे में भी कैद किया था। जिसमें वह बाघ सामान्य अवस्था में दिखाई दिया, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी। मंगलवार को डॉ. रविकिरण गोवेकर (मुख्य वनसंरक्षक तथा क्षेत्रसंचालक पेंच) द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में इस बात की पुष्टि की गई है।

जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 2 फरवरी को शाम 7.30 बजे के दौरान पवनी देवलापार एनएच-7, हरणाकुंड नाले के पास संबंधित बाघ दुर्घटना का शिकार हुआ था। उसके बाद वह बाघ पवनी वनपरिक्षेत्र के पालोरा नियत क्षेत्र कक्ष क्रमांक 582 में आया था। 3 फरवरी से उसकी खोजबीन के लिए पेंच टाइगर रिजर्व के एसटीपीएफ तथा अन्य वनरक्षकों तथा नागपुर वनविभाग के अधिकारी, कर्मचारी द्वारा गस्त की गई। इसी दरमियान पवनी वनपरिक्षेत्र प्रादेशिक के अधिकारी रितेश भोंगाड़े पर इसी जख्मी बाघ ने हमला कर घायल कर दिया था। उसी 582 कक्ष में 60 कैमरा ट्रैप तथा 50 पगमार्क इम्प्रेशन पैड (पीआईपी) लगाकर 3 फरवरी से लगातार उसकी खोज की जा रही थी। 

पर्यटक को जंगल सफारी के दौरान दिखा
9 फरवरी को पर्यटक शादाब खान को दोपहर जंगल सफारी के दौरान पीटीआरएमएस टी-1 बाघ अच्छी हालत में घूमता हुआ दिखाई दिया। यही बाघ 10 फरवरी को फिर से दाहोदा बीट के कैमरे में दिखाई दिया। गस्ती दल के पशुवैद्यकीय अधिकारियों ने भी बाघ के स्वस्थ होने की बात कही है। चोरबाहुली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी, वनकर्मचारी उसकी गतिविधियों पर निगाहें रखे हुए हैं। पीटीआरएमएस टी-1 बाघ यह पेंच टाइगर रिजर्व का बड़ा बाघ है, उसकी अंदाजन उम्र 13 से 14 वर्ष बताई गई है। उसका दाया दांत एक वर्ष से पहले टूटा था जिस कारण उसके जबड़े से अलग तरह की आवाज आती है। उसकी चाल भी थोड़ी अलग है। 

बाघ मिलने से ली राहत की सांस
पवनी के वनपरिक्षेत्र अधिकारी रितेश भोंगाड़े जिन पर बाघ ने हमलाकर घायल किया था। उनकी तबीयत अब ठीक है तथा उनको 9 फरवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्हें तत्काल मदद स्वरूप 3 लाख रुपए की अग्रिम राशि दी गई है। एनएच-7 के बाजू में बाघों की हलचल पर निगरानी रखने के लिए तथा अभ्यास हेतु हाईवे के किनारे कैमरा ट्रैप लगाने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग ने एनएचएआई के साथ 26 नवंबर 2018 को बैठक हुई थी, जिसमें बाघ भ्रमण क्षेत्र से गुजरने वाले वाहनों के लिए गति सीमा, योग्य सूचना बोर्ड तथा रास्ते के बाजू की रेलिंग से होने वाली संभावित दुर्घटना के विषय में बातचीत की गई थी। आगे से इस तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए उपाय योजना किए जाने की बात भी कही गई है। बाघ मिल जाने से तथा उसके स्वस्थ होने से वन विभाग ने अब राहत की सांस ली है।
 

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