तेन्दुए की खाल के साथ पकड़ाए दो लोग, वन्य प्राणियों की खाल बेचने का करते थे धंधा

तेन्दुए की खाल के साथ पकड़ाए दो लोग, वन्य प्राणियों की खाल बेचने का करते थे धंधा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-22 08:26 GMT
तेन्दुए की खाल के साथ पकड़ाए दो लोग, वन्य प्राणियों की खाल बेचने का करते थे धंधा

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जबलपुर एसटीएफ ने वन्य प्राणियों का शिकार करने के बाद उनकी खाल बेचने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को पकड़कर उनके पास से तेन्दुए के शावकों की दो खालें बरामद की गई हैं। इनमें से एक खाल तो ताजा दिख रही है तथा दूसरी खाल पुरानी है। जिन आरोपियों को पकड़ा गया है, उनमें खरगौन के भगवानपुरा थाने के गांव कुमारबेड़ी के रहने वाले बिल्लोर सिंह एवं कैलाश सौलंकी शामिल हैं। उक्त दोनों आरोपी लंबे समय से वन्य प्राणियों के शिकार व खाल को बेचने का धंधा कर रहे थे।
इस मामले में जानकारी मिली है कि बाघों की बढ़ती मौतों को लेकर एडीजीपी एस डब्ल्यू नकवी ने एसटीएफ के एसपी कमलेश खरपुते को टीम बनाकर खोजबीन के लिए कहा था। डीएसपी दीपेश अग्रवाल के साथ  जबलपुर एसटीएफ के हरिओम दीक्षित, एएसआई विशाल सिंह, निर्मल संह, छत्रपाल संह की टीम ने खोजबीन की, तो पता चला कि  खरगौन के ग्राम कुमारबेड़ी के रहने वाले प्रदेश में खाल बेचने का काम करते हैं। जब  बिल्लोर संह एवं कैलाश सौलंकी के घर पर जाकर छापामारा गया, तो उनके घर से तेन्दुए के दो शावकों की खालें मिल गईं। इनमें से एक का शिकार भाले से किया गया क्योंकि खाल में भाले से वार करने का निशान भी पाया गया।
दो लाख रुपए में बेचते - शिकारी इन दोनों खालों का मूल्य दो लाख रुपए लगाए हुए थे और उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही उनकी ये खालें बिक जाएंगी। ये खालें उन शावकों की बताई जा रही हैं, जिनकी उम्र 6 माह से एक साल की हैं।जिन आरोपियों को पकड़ा गया है, उनमें खरगौन के भगवानपुरा थाने के गांव कुमारबेड़ी के रहने वाले बिल्लोर सिंह एवं कैलाश सौलंकी शामिल हैं।
इन दोनों आरोपियों से पूछताछ में और भी खालों को बेचने का मामला उजागर होने की उम्मीद की जा रही है।

 

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