जेईई मेन-2 एग्जाम के रजिस्ट्रेशन शुरू, 7 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन

जेईई मेन-2 एग्जाम के रजिस्ट्रेशन शुरू, 7 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-11 09:06 GMT
जेईई मेन-2 एग्जाम के रजिस्ट्रेशन शुरू, 7 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आईआईटी, एनआईटी सहित देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली जेईई मेन-2 एग्जाम के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुक्रवार से शुरू हो गए। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस एग्जाम के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 7 मार्च 2019 है। कैंडिडेट्स जेईई मेन की आधिकारिक वेबसाइट www.jeemain.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। वहीं आवेदन फीस जमा करने की अंतिम तारीख 8 मार्च 2019 है। जेईई मेन 2 का आयोजन 6 अप्रैल 2019 से 20 अप्रैल तक ऑनलाइन मोड में किया जाएगा। परीक्षा का रिजल्ट 30 अप्रैल को घोषित होगा।

जेईई एडवांस्ड 19 मई को 
इस साल जेईई एडवांस्ड परीक्षा आयोजित कराने की जिम्मेदारी आईआईटी रूड़की को दी गई है। जेईई एडवांस्ड का आयोजन दो पालियों में 19 मई 2019 को किया जाएगा। आईआईटी रूड़की इसका नोटिफिकेशन बाद में जारी करेगी। 
यह हैं महत्वपूर्ण तिथियां 
-आवेदन 08 फरवरी से शुरू 
-आवेदन की अंतिम तिथि 07 मार्च 
-एडमिट कार्ड जारी 18 मार्च 
-परीक्षा तिथि 06 से 20 अप्रैल 

पलक ने दी अरंगेत्रम की प्रस्तुति
भरतनाट्यम  गुरु किशोरी तथा किशोर हम्पीहोली की शिष्या पलक अग्रवाल ने रविवार को वसंतराव देशपांडे सभागृह में अरंगेत्रम की प्रस्तुति उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम की परपंरा के अनुसार शिष्य एकल प्रस्तुति के लायक हो जाने पर गुरु के समक्ष प्रस्तुति देता है, जिसे अरंगेत्रम कहते हैं। प्रदर्शन से संतुष्ट होने गुरु शिष्य को एकल प्रस्तुति की अनुमति प्रदान करते हैं। परंपरानुसार पलक ने कई रागों तथा ताल मलिका से सजी मंगल प्रार्थना से प्रस्तुति की शुरुआत की। इस नृत्य की रचना पद्मश्री अड्यार लक्ष्मण के द्वारा की गई है। इसके साथ ही शब्दम विभाग में तंजावर पिल्लइ रचित पद्मश्री अड्यार के लक्ष्मण के नृत्यपट, वर्णम में रुक्मणी देवी अरुंदले द्वारा आनंद भैरवी राग में रचित नृत्यपट की भी प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम में पुणे के बांसुरी वादक संजय श्रीधरन, मुंबई के वायलिन वादक विष्णु दास, मृदंग वादक मास्टर इलप्पा ने पलक का साथ दिया। नाट्य कला भारती की उपाधि से सम्मानित चेन्नई के हरिप्रसाद  ने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी।  कला में रुचि रखने वाली भवन्स की छात्रा पलक चित्रकला व नाट्यकला में भी प्रवीण हैं। 
 

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