कर्नाटक : कांग्रेस में बगावत पर बोले डीके शिवकुमार- सुलझा लिया है मामला

कर्नाटक : कांग्रेस में बगावत पर बोले डीके शिवकुमार- सुलझा लिया है मामला

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-10 09:04 GMT
कर्नाटक : कांग्रेस में बगावत पर बोले डीके शिवकुमार- सुलझा लिया है मामला

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में मंत्री पद न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायकों के बीजेपी खेमे में जाने की खबरों को मंत्री डीके शिवकुमार ने खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि कुछ कांग्रेस नेता मंत्री पद न मिलने से नाराज जरूर थे लेकिन अब उन्हें मना लिया गया है। वे कोई गलत कदम नहीं उठाएंगे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कर्नाटक के बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि सत्ताधारी कांग्रेस और जेडीएस के कई असंतुष्ट नेता उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं।

येदियुरप्पा के इस बयान को खारिज करते हुए कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कहा, "येदियुरप्पा को अब हार मान लेनी चाहिए। उन्हें यह मान लेना चाहिए कि कर्नाटक के लोगों का मत उनके लिए नहीं था। हमारे कुछ विधायक नाखुश जरूर थे लेकिन इसका समाधान निकाल लिया गया है। मैं सभी विधायकों के सम्पर्क में हूं। यहां कुछ भी गलत नहीं होने वाला है।"

 


गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां दोनों ही दलों के कई विधायक मंत्रीपद न मिलने से नाराज चल रहे हैं। कांग्रेस के नाराज विधायकों ने तो इसे लेकर मंगलवार को एक बैठक भी बुलाई है। इसे पार्टी में बगावत के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा खुश बीजेपी और उसके वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा हैं। यदि वास्तव में यहां कांग्रेस पार्टी में बगावत होती है तो एक बार फिर बीजेपी को सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।

क्या कहा था येदियुरप्पा ने
भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा ने दावा किया था कि मंत्री पद न मिलने से कई कांग्रेस और जेडीएस विधायक नाराज हैं और वे बीजेपी में आना चाहते हैं। बीजेपी सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि जदएस एवं कांग्रेस से असंतुष्ट लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करें।

कांग्रेस विधायक नहीं माने तो क्या
कांग्रेस और जेडीएस विधायकों की अपनी-अपनी पार्टी से नाराजगी अगर इसी तरह जारी रहती है तो यह बीजेपी के लिए एक बार फिर कर्नाटक में सरकार बनाने का मौका देगी। बागी विधायक बीजेपी को समर्थन देकर यहां अपना मंत्री पद पा सकते हैं। गौरतलब है कि चुनाव के बाद बीजेपी ने यहां अपनी सरकार भी बनाई थी, लेकिन सदन में बहुमत न होने के चलते येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया था।

क्या है वर्तमान स्थिति
कर्नाटक में 223 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 104 सीटें आई थी। ऐसे में उसे बहुमत के लिए महज 9 सीटों की जरूरत रहेगी। इन चुनावों में कांग्रेस को 79 और जेडी(एस)+ को 38 सीटें हासिल हुई थी। कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के पास अभी यहां 117 विधायकों का समर्थन हैं। अगर यहां 5 से 7 विधायक टूटते हैं और निर्दलीय विधायक बीजेपी को समर्थन देते हैं तो बीजेपी यहां अपनी सरकार बना सकती है।
 

 

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