पहरा सड़कों पर खदानों पर छूट ,दोनों हाथों से हो रही रेत की लूट

पहरा सड़कों पर खदानों पर छूट ,दोनों हाथों से हो रही रेत की लूट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-02 08:30 GMT
पहरा सड़कों पर खदानों पर छूट ,दोनों हाथों से हो रही रेत की लूट

डिजिटल डेस्क, कटनी। रेत के अवैध उत्खनन के लिये कुख्यात हो चुके कटनी में प्रशासन की कार्रवाई वास्तविकता कम दिखावा, अधिक नजर आ रही है। प्रशासन ने रेत का अवैध परिवहन रोकने के लिए सड़कों पर तो चैक पोस्ट बना पहरा बैठा दिया है, लेकिन ग्रामीणों से लेकर सचिवों तक की शिकायतों को अनसुना किया जा रहा। नतीजन नदियों से रेत का अवैध उत्खनन जारी है और माफिया दोनों हाथों से रेत लूटने में लगे हैं।
खामोशी को माना संरक्षण और मनमानी शुरू हो गई
 रेत कारोबारी डंके की चोट पर एनजीटी के निर्देशों को दरकिनार कर पूरी रात पोकलेन मशीनों से रेत निकाल रहे हैं। पंचायतों को आवंटित रेत खदानों पर खनन माफिया बंदूक की नोंक पर कब्जा किए हैं। और इस सब पर अंकुश लगा पाने में पूरा तंत्र असहाय नजर आ रहा है। प्रशासन ने बीते समय में कार्रवाई व सख्ती के नाम पर किया तो सिर्फ यह कि रेत एवं खनिजों का अवैध परिवहन रोकने पिपरौंध, बसाड़ी, बरही, विजयराघवगढ़ में चैक पोस्ट बना दिये और इन चैक पोस्ट में अन्य विभागों अधिकारी/ कर्मचारियों सहित पुलिस बल की ड्यूटी लगा दी। जहां डंके की चोट पर अवैध उत्खनन व भंडारण हो रहा वहां पहुंचने का साहस प्रशासन जुटा ही नहीं पा रहा।
लोग मुखर हुए तो अफसर दबाव में
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद लोगों में यह उम्मीद जगी है कि अब रेत एवं खनिजों के अवैध उत्खनन पर अंकुश लगेगा। यही कारण है कि आमजन अवैध उत्खनन के विरुद्ध मुखर होने लगा है। घुन्नौर में एनजीटी के निर्देशों के विपरीत मशीनों से रेत उत्खनन का लोगों ने रात में वीडियो बनाकर इस उम्मीद से प्रशासन तक पहुंचाया कि प्रशासन द्वारा सख्ती दिखाई जाएगीए लेकिन प्रशासन लोगों की उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाया। ग्रामीणों के अनुसार घुन्नौर में दिन.रात मशीनों से रेत निकाली जा रही है और खनिज विभाग मूकदर्शक बना है। आत्मसमर्पण की स्थिति तो यह कि. आमजन जिनसे कार्यवाही की उम्मीद करता है वे ही अब शिकायतकर्ताओं पर समझौता करने दबाव बनाने लगे हैं।और प्रशासन के दबाव में आने का नतीजा ये हुआ कि माफियाओं के हौसले बुलंद हो गये और वे शिकायत करने वालों को सरे आम निशाना बनाने लगे।
इनका कहना है-
ग्राम पंचायत भदौरा में रेत खदान स्वीकृत है, सचिव के आवेदन पर तीन-चार दिन के लिए ईटीपी बंद कर दी गई थी। यहां सरपंच/ सचिव के बीच विवाद चल रहा है। फिर ईटीपी चालू करा दी गई है। जेसीबी/ पोकलेन से रेत निकालने की शिकायत पर जांच की जाती है, मौके पर मशीनें नहीं मिलती हैं। मौके पर मशीनें मिलें तो खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही कर जुर्माना वसूला जाएगा। घुन्नौर में फेयर एंड ब्लैक को दो रेत खदानें रि-ओपन हुई हैं, यहां मशीनें चलती मिलेंगी तो अवश्य कार्यवाही होगी।
दीपमाला तिवारी उप संचालक खनिज

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