वर्चस्व बनाए रखने के लिए हो रही विचारकों की हत्या : प्रकाश आंबेडकर
वर्चस्व बनाए रखने के लिए हो रही विचारकों की हत्या : प्रकाश आंबेडकर
डिजिटल डेस्क, पुणे। भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर ने जेजुरी में कहा कि वंचित समाज पर वर्चस्व बनाए रखने के लिए विचारकों की हत्याएं की जा रही है। देश में हिटलरशाही लाने की कोशिश की जा रही है। इस मुद्दे पर वंचित समाज को समय पर एकजुट होना पड़ेगा। धनगर और बहुजन समाज ने दशहरा सम्मेलन आयोजित किया था। जिसमें आंबेडकर शामिल हुए थे। इसके अलावा स्वाभिमानी किसान संगठन के अध्यक्ष सांसद राजू शेट्टी भी उपस्थित थे। साथ ही सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस मौके पर आंबेडकर ने कहा कि मनुवादी विचारधारा बहुजनों के बारे सोच नहीं सकती। दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी जैसे विचारकों की हत्या कर दी गई। जातियों में दरार निर्माण की जा रही है। यह सब बहुजनों पर वर्चस्व बनाए रखने के लिए ही किया जा रहा है। सूखे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता इस संकट का सामना कर रही है। लेकिन सरकार ने सूखा घोषित नहीं किया। इसके अलावा कुपोषण खत्म नहीं हुआ है। आदिवासी इलाकों में कुपोषण के कारण बच्चों की मौत हो रही है। अनाज गोदाम में भरा है। इसके बावजूद कुपोषित परिवारों को नहीं दिया जा रहा। सत्ता हासिल किए बगैर सर्वसामान्यों को न्याय नहीं मिलेगा। इसलिए वंचितों को एकसाथ आकर बदलाव लाना है।
सांसद शेट्टी ने कहा कि सत्ता में आने से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बारामती में आयोजित सम्मोलन में धनगर समाज को आरक्षण देने का आश्वासन दिया था। अब जब वह मुख्यमंत्री बन गए हैं, तो वह आश्वासन भूल चुके हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने जनता से धोका किया है। इसलिए सरकार को हराने के लिए कांग्रेस, राष्ट्रवादी- कांग्रेस और अन्य छोटी पार्टियों को एकजुट किया जा रहा है।
पुणे में भीड़भाड़ वाले चौराहे में मिले 12 जिंदा कारतूस
उधर धनकवड़ी परिसर के शाहू बैंक चौराहे में सोमवार सुबह 12 जिंदा कारतूस मिलने से हड़कंप मच गया। चौराहे पर जिंदा कारतूस पड़े थे, जिसे देख नागरिकों ने तत्काल पुलिस नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर जानकारी दी। जानकारी मिलते ही सहकारनगर पुलिस थाने की पुलिस शाहू चौराहे में पहुंची और कारतूस अपने कब्जे में लिए। कारतूस 9 एमएम पिस्टल के हैं। यह कारतूस किसके हैं, अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।