नवरात्र में खुलेगा कोराड़ी मंदिर, भक्त कर सकेंगे श्री महालक्ष्मी जगदंबा के दर्शन

नवरात्र में खुलेगा कोराड़ी मंदिर, भक्त कर सकेंगे श्री महालक्ष्मी जगदंबा के दर्शन

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-11 05:36 GMT
नवरात्र में खुलेगा कोराड़ी मंदिर, भक्त कर सकेंगे श्री महालक्ष्मी जगदंबा के दर्शन

डिजिटल डेस्क, कोराडी(नागपुर)। श्री महालक्ष्मी जगदंबा मंदिर कोराडी में 9 अक्टूबर से भक्तों का प्रवेश हो सकेगा। लोग माता का दर्शन कर सकेंगे। इस मंदिर का जीर्णोद्धार करने के लिए 21 अप्रैल 2018 से संस्थान ने सर्वसम्मति से मंदिर को बंद कर दिया था। मंदिर खोलने का निर्णय शनिवार को संस्थान के सभागृह में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में लिया गया है। इस दौरान श्री महालक्ष्मी जगदम्बा संस्थान के अध्यक्ष एड. मुकेश शर्मा, सचिव केशवराव फुलझेले, उपाध्यक्ष अजय विजय वर्गीय, कोषाध्यक्ष बाबूराव भोयर, सहसचिव सुशीला मंत्री, विश्वस्त एड. जी. डी. चन्ने, प्रेमलाल पटेल, दयाराम तडस्कर, दत्तू समरिसकर, नंदू बजाज, अशोक खानोरकर, स्वामी निर्मलानंद महाराज, डा. नंदिनी त्रिपाठी, प्रभा निमोने आदि उपस्थित थे।

10 अक्टूबर से नवरात्रि
मंदिर के विकास कार्य को पूर्ण होने में अभी और एक वर्ष लगेगा, लेकिन 10 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे नवरात्रि महोत्सव में भक्त मां के दर्शन से वंचित न रहें, इसलिए नवरात्रोत्सव में मंदिर भक्तों के लिए खोले जाने का निर्णय लिया गया है।

मंदिर गर्भगृह का चौड़ाईकरण, सौंदर्यीकरण, मां का शयनकक्ष, भक्तों के अावागमन के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पालकमंत्री लगातार इन कार्यों पर निगाह लगाए हुए हैं, जिससे भक्तों को सुचारू रूप से मां का दर्शन हो सके।

पत्रकारों का सम्मान 6 को
श्री महालक्ष्मी जगदम्बा माता मंदिर के धार्मिक एवं विकास कार्यों के प्रचार-प्रसार में सभी अखबारों का अमूल्य योगदान, मार्गदर्शन, सहयोग, बंधुत्व, प्रेम, सद्भाव रहा है। इसके लिए संस्थान ने 6 अक्टूबर को मंदिर सभागृह में पत्रकारों के सम्मान समारोह का आयोजन किया है। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के हाथों संस्थान द्वारा सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी संस्थान के अध्यक्ष एड. मुकेश शर्मा ने दी है।

शाम 6 बजे के बाद होंगे दर्शन
संस्थान ने बताया है कि 7 और 8 अक्टूबर को मंदिर की साफ-सफाई के बाद पुजारियों द्वारा सर्वप्रथम महापूजा एवं हवन पाठ, माता का श्रृंगार आदि किया जाएगा। उसके बाद 9 तारीख से शाम 6 बजे से मां का दर्शन करने के लिए भक्तों का प्रवेश हो सकेगा। 10 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे अश्विन नवरात्रि महोत्व को देखते हुए मंदिर गर्भगृह का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। सरकार द्वारा दिए गए ढाई करोड़ रुपए, संस्थान और भक्तों की राशि से मंदिर का कायापलट किया जा रहा है। मंदिर में 21 अप्रैल से काम चल रहा है। भक्तों की आस्था को ध्यान में रख संस्थान द्वारा माता की प्रतिकात्मक मूर्ति समीप के म्यूजियम में विराजित कर दर्शन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

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