नवोदय स्कूल के आसपास घूम रहा तेंदुआ, 560 बच्चों सहित स्टाफ पर खतरा
नवोदय स्कूल के आसपास घूम रहा तेंदुआ, 560 बच्चों सहित स्टाफ पर खतरा
डिजिटल डेस्क, नौगांव। नगर के छतरपुर मार्ग में बने नवोदय स्कूल में पिछले सात दिन से बच्चों सहित यहां रहने वाला स्टाफ दहशत में है। स्कूल परिसर में लगे CCTV कैमरा में परिसर के भीतर तेंदुआ होने की झलक मिल रही है। नाइट ड्यूटी करने वाले सुरक्षा गार्डों द्वारा भी तेंदुआ या टाइगर जैसे किसी जानवर के होने की पुष्टि की है। इस बात की जानकारी स्कूल प्रबंधन द्वारा स्थानीय रेंजर से लेकर डीएफओ तक को दे दी है इसके बाद भी वन विभाग मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
CCTV कैमरे में दर्ज हुई लोकेशन
नवोदय स्कूल में पिछले सात दिन से तेंदुआ होने की खबर मिल रही है। इस बात की पुष्टि स्कूल परिसर में लगे CCTV कैमरा के फुटेज से होती है। इसके साथ ही यहां पर रोजाना पदमार्क भी मिल रहे हैं। तेंदुआ के होने की पुष्टि जैसे ही CCTV कैमरा फुटेज से हुई तो स्कूल में अध्ययनरत 560 बच्चों सहित यहां रहने वाले स्टाफ और उनके परिजन बेहद दहशत में हैं। स्कूल में पदस्थ अकाउंटेंट अभिषेक दीक्षित बताते हैं कि पहले तो मामले को हल्के से लिया गया, लेकिन जैसे ही CCTV कैमरा में फुटेज मिले और रोजाना सुबह मिलने वाले पदमार्क के कारण अब यहां रहने वाला प्रत्येक बच्चा और स्टाफ व उनके परिजन बेहद दहशत में हैं।
चूंकि स्कूल परिसर के पीछे पहाड़ी है और आसपास घने पेेड़ हैं इस कारण तेंदुआ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। आसपास कोई बस्ती न होने के कारण शाम ढलते ही यहां पर स्थिति और भी भयावह हो जाती है। चूंकि 560 बच्चे यहां आवासीय शिक्षा ले रहे हैं इस कारण रात साढ़े 8 बजे तक मैस में उन्हें खाना खाने के लिए अपने कमरों से बाहर आना होता है। साथ ही बच्चे परिसर में चलकर ही अपने कमरों तक पहुंचते हैं। इस कारण मैस से खाना खाकर जब वे रात में कमरों तक पहुंचते हैं तो काफी भयभीत होते हैं।
सुरक्षा गार्डों ने भी देखी हलचल
स्कूल परिसर में तेंदुआ होने की पुष्टि न केवल CCTV कैमरा से हो रही है बल्कि यहां नाइट ड्यूटी करने वाले सुरक्षा गार्डों द्वारा भी इस बात की पुष्टि की जा रही है कि रात में तेंदुआ या टाइगर प्रजाति का कोई जानवर परिसर में घूमता है। गुरुवार की रात जब नाइट सुरक्षा गार्ड द्वारा तेंदुआ को देखा तो उसने शोर मचाकर सभी को सावधान किया है। यह पिछले सात दिन से चल रहा है, इसके बाद भी न तो वन विभाग का कोई कर्मचारी यहां पहुंचा है और न ही यहां पर किसी प्रकार के सुरक्षा के उपाय किए गए हैं।
रेंजर से लेकर डीएफओ को लिखा पत्र
प्राचार्य सुधीर रंजन साहू ने बताया कि स्कूल परिसर में तेंदुआ या अन्य किसी खुंखार जानवर होने की सूचना उन्होंने करीब सात दिन पहले स्थानीय रेंजर को दी थी। रेंजर श्री बादल द्वारा तर्क दिया गया कि लकड़बग्घा होगा। तेंदुआ कहां से आया। इसके बाद न तो उन्होंने स्कूल परिसर में आना जरूरी समझा और न ही किसी कर्मचारी को यहां भेजा है। गुरुवार को स्कूल प्रबंधन ने डीएफओ को पत्र लिखा है लेकिन डीएफओ द्वारा भी इस ओर कोई खास पहल नहीं की गई है।