लू का प्रकोप ,अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या

लू का प्रकोप ,अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-02 08:28 GMT
लू का प्रकोप ,अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या

डिजिटल डेस्क, शहडोल। इन दिनों सूर्य देव की तपिश पूरे शबाब पर है। इसका असर सीधे लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। यही कारण है कि तेज गर्मी के कारण कई संंख्या में बीमार लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले 100 मरीजों में 25-30 गर्मी की वजह से होने वाले बीमारी से पीड़ित होते हैं। इनमें से 15-20 मरीज तो भर्ती लायक होते हैं। जिला चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले मरीजों की औसत संख्या 750 के लगभग रहती है। लेकिन इन दिनों 900 से 1000 हजार मरीज रोज ओपीडी में पर्ची कटाने आते हैं। प्रतिदिन भर्ती होने वाले मरीजों की औसत संख्या 20-25 होती है, लेकिन इन दिनों 30-35 मरीज रोज ही भर्ती होते हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण इलाज में परेशानी भी होती है।

इन बीमारियों के मरीज अधिक
जिला चिकित्सालय से मिले आंकड़ों के अनुसार इन दिनों गर्मी से होने वाली बीमारी उल्टी-दस्त, सर्दी-जुखाम, वायरल के मरीज अधिक पहुंच रहे हैं। इनमें हर उम्र के लोग शामिल हैं, लेकिन सबसे ज्यादा 60 वर्ष से अधिक के महिला-पुरुषों के अलावा कम उम्र के बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। वहीं सामान्य मर्ज के मरीज भी अस्पताल पहुंचते हैं। सिविल सर्जन डॉ. उमेश नामदेव ने बताया कि भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण बेड फुल हो जाते हैं। इसलिए जमीन पर लिटाकर इलाज करना पड़ता है।

बुजुर्ग व बच्चे जल्दी होते हैं प्रभावित
चिकित्सकों के अनुसार गर्मी व लू से बुजुर्ग व बच्चे जल्दी प्रभावित हो जाते हैं। इसलिए इनको अधिक सावधानी की जरूरत होती है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीडी सोनवानी ने बताया कि जो बच्चे अस्पताल आ रहे हैं उनके ज्यादा को उल्टी-दस्त व वायरल की शिकायत होती है। जो तेज गर्मी की वजह से होते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के मामले विशेष सर्तकता की जरूरत होती है। माता-पिता को चाहिए कि वे तेज धूप में बच्चों को न खेलने दें। खान-पान में सावधानी रखें। बाजारू पेय के स्थान पर छाछ, दही, ओआरएस आदि पेय दें। बीमार होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।

सावधानी रखें तो नहीं होंगे बीमार

विशेषज्ञों के अनुसार थोड़ी सावधानी रखी जाए तो गर्मी की बामारियों से बचा जा सकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश पाण्डेय एवं सीएस डॉ. उमेश नामदेव ने लोगों को सलाह दी है कि-

  • शरीर को पानी की कमी से बचाने के लिए बार-बार पानी पीते रहें।
  • हल्का व ताजा भोजन ही करें, अधिक पानी की मात्रा वाले फलों जैसे-तरबूज, खीरा, अनानाश, ककड़ी आदि का सेवन करें।
  • नीबू पानी, लस्सी, छाछ, नारियल पानी, आम का पना आदि का उपयोग करें।
  • जहां तक संभव हो दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक कड़ी धूप में बाहर न निकलें।
  • छायादार स्थान पर रहें, खिड़कियों पर पर्दे आदि लगाये जाएं।
  • हल्के रंग के ढीले ढाले सूती कपड़े पहनें, सिर में सूती गमछा आदि का उपयोग करें। 
  • अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें।
  • शराब चाय काफी सॉफ्ट ड्रिंग का सेवन न करें एवं बच्चों को पार्किंग में बंद वाहन में अकेला न छोड़े। 
     

 

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