मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा : विधानसभा में मचा हंगामा, तटकरे ने दी जहर पीने की धमकी

मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा : विधानसभा में मचा हंगामा, तटकरे ने दी जहर पीने की धमकी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-13 16:41 GMT
मराठी पाठ्यक्रम में गुजराती भाषा : विधानसभा में मचा हंगामा, तटकरे ने दी जहर पीने की धमकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानपरिषद में राकांपा नेता सुनील तटकरे ने एक बड़ा खुलासा किया है। तटकरे ने कहा है कि राज्य बोर्ड के कक्षा 6वीं की भूगोल की किताब में 7 पन्ने मराठी की बजाए गुजराती भाषा में छपे हैं। इस तरह की लगभग एक लाख किताब छपी है। यहीं पुस्तकें कक्षाओं में बांटी जा रही है। यह गहरी साजिश है। सरकार को इसपर माफी मांगना चाहिए। इसपर पलटवार करते हुए राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि यह आप लोगों ने छापे हैं।

पाटील की इस टीप्पणी के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे को देखते हुए सभापति ने पहले दो बार कार्यवाही स्थगित की। लेकिन मामला थमा नहीं। सुनील तटकरे समेत प्रतिपक्ष नेता धनंजय मुंडे, कांग्रेस सदस्य भाई जगताप ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। सुनील तटकरे यहीं नहीं रुके। उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर आप साबित कर दें कि मैं यह छापकर यहां लाया हूं तो मैं यहीं सदन में जहर पीकर आत्महत्या कर लूंगा। तटकरे की इस चुनौती से सदन में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देख सभापति रामराजे निंबालकर ने तटकरे से इस तरह के शब्दों का प्रयोग न करने की अपील करते हुए विधानपरिषद सोमवार तक स्थगित कर दी।

भूगोल की किताब में गुजराती भाषा छपने का मामला

प्रश्नकाल के बाद राकांपा नेता सुनील तटकरे ने आपत्ति के तहत यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि महाराष्ट्र का बड़े पैमाने पर गुजरातिकरण हो रहा है। भूगोल की 6वीं कक्षी की मराठी किताब में गुजराती भाषा में 7 पन्ने छपे हैं। सरकार को इसपर माफी मांगनी चाहिए। प्रतिपक्ष नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि सरकार अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए, लेकिन गलती स्वीकारने की बजाए ये कह रहे हैं कि पन्ने हमने छापे हैं। मैं बताता हूं कि यह काम गुजरात के एक ठेकेदार को दिया गया था। अहमदाबाद में इसकी छपाई हुई है। लगभग एक लाख किताब छपी है। उन्होंने कहा, "सर्वशिक्षा अभियान अंतर्गत कोकण की पंचायत समिति मसडा में यह किताबें बटी हैं। ये महाराष्ट्र और मराठी की अस्मिता का सवाल है। यह अस्मिता और स्वाभिमान का विषय है। ये ठेका तुरंत रद्द किया जाए।" कांग्रेस सदस्य भाई जगताप ने कहा कि सरकार को माफी मांगनी चाहिए। संयुक्त महाराष्ट्र की स्थापना के लिए 106 लोगों ने अपना बलिदान दिया है। नई पीढ़ी में गुजराती भाषा के संस्कार दिए जा रहे हैं। हम इसका विरोध करते हैं। शिवसेना सदस्य नीलम गोर्हे ने कहा कि सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए।

एक शब्द भी गुजराती नहीं: पाटील

राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मेरे पास जो किताब है, उसमें एक शब्द भी गुजराती नहीं है। जून में यह पुस्तक स्कूलों में आती है। बाइंडिंग में गलती से आ सकती है। लेकिन जैसा विपक्ष कह रहा है, ऐसा कुछ नहीं है। गुजराती के पन्ने नहीं जोड़े गए हैं।

सोमवार तक सरकार खुलासा करें: सभापति

विधानपरिषद के सभापति रामराजे निंबालकर ने कहा कि सरकार भूगोल की पुस्तक देखकर खुलासा करें और सुधार करें। सोमवार तक सदन में इसपर निवेदन करें। विद्यार्थियों की दृष्टि से यह घातक है।

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